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MAYDAY कॉल से पहले एअर इंडिया पायलट ने बोला था- FALLING, एटीसी को दी थ्रस्ट न मिलने की जानकारी

लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले एअर इंडिया के इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री, दो पायलट और 10 क्रू मेंबर शामिल थे. इनमें से 241 की मौत की पुष्टि हो चुकी है. भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो विमान में सवार थे और जीवित बचकर निकले हैं.

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हादसे की जगह पड़ा विमान का मलबा
हादसे की जगह पड़ा विमान का मलबा

अहमदाबाद में गुरुवार को हुए विमान हादसे में 270 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. लेकिन अब तक विमान हादसे की वजह का पता नहीं चल सका है. हालांकि अहमदाबाद से लंदन जा रहे एअर इंडिया के विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जिससे क्रैश से पहले पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के बीच हुई बातचीत का पता चल सकेगा. लेकिन आजतक को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विमान के पायलट सुमित सबरवाल ने 'मेडे' कॉल से पहले भी एटीसी को कुछ आखिरी शब्द कहे थे.

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प्लेन को थ्रस्ट न मिलने की बात

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विमान के पायलट ने प्लेन क्रैश होने से चंद सेकंड पहले विमान को थ्रस्ट नहीं मिलने की बात कही थी और इसके बाद FALLING यानी विमान के गिरने की बात एटीसी को बताई थी. इस ट्रांसमिशन के दौरान पायलट ने यह भी बताया कि कम्युनिकेशन लाइन बहुत कमजोर है. इसके बाद MAYDAY का लास्ट मैसेज दिया. एटीसी इस पर कुछ रिस्पॉन्ड कर पाता, उससे पहले विमान हादसे का शिकार हो गया.

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एअर इंडिया के पायलट की तरफ से एटीसी को भेजे गए मैसेज से यह साफ संकेत मिलता है कि विमान में कुछ गड़बड़ी हुई थी, क्योंकि गुरुवार को दोपहर 1.37 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद विमान संख्या AI171 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान करीब 400 फीट की ऊंचाई से जमीन पर आ गिरा और उससे पहले विमान मेघानी नगर स्थित एक हॉस्टल की इमारत से भी टकराया था.

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विमान में सवार सिर्फ एक यात्री जीवित

लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री, दो पायलट और 10 क्रू मेंबर शामिल थे. इनमें से 241 की मौत की पुष्टि हो चुकी है. भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो विमान में सवार थे और जीवित बचकर निकले हैं.  फिलहाल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर हैं. 

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एअर इंडिया के विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का यह हादसा, 2011 में इसके आगाज के बाद से 787 से जुड़ा पहला बड़ा हादसा थी. इस त्रासदी में अब तक 270 लोग मारे जा चुके हैं. इनमें कुछ डॉक्टर्स और ट्रेनी लोग भी शामिल हैं जो हादसे के बाद हॉस्टल की बिल्डिंग या आसपास मौजूद थे. एअर इंडिय की तरफ से हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है. 

क्यों अहम है ब्लैक बॉक्स

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि विमान हादसे और घटनाओं की जांच करने वाले विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने हादसे के 28 घंटे बाद एअर इंडिया के विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है. विमान की टेल के पास लगा नारंगी रंग की यह डिवाइस हादसे की जांच में मदद करेगा, क्योंकि इसमें पायलट और एटीसी के बीच हुई हर बातचीत रिकॉर्ड होती है, जिससे प्लेन क्रैश होने से ठीक पहले के कम्युनिकेशन के बारे में जानकारी हासिल हो सकेगी.

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नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि अहमदाबाद हादसे के बाद एअर इंडिया के बोइंग 787-8/9 फ्लीट के सभी विमानों का रविवार से एडवांस सिक्योरिटी चेक किया जाएगा. ईंधन, इंजन और हाइड्रोलिक सिस्टम की निगरानी, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की तरफ से तय की गई जांचों में से एक है, जो रिव्यू के लिए जांच की रिपोर्ट मांगेगा.

इससे पहले केंद्रीय मंत्री नायडू ने अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद अपनी पहली ब्रीफिंग में कहा कि विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा को डिकोड किया जा रहा है, जबकि विभिन्न एजेंसियां और हाई लेवल पैनल इस त्रासदी की व्यापक जांच कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि होम सेक्रेटरी की अध्यक्षता में बनी एक हाई लेवल कमेटी अगले तीन महीने के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी.

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