दीपावली से पहले की रात महाराष्ट्र के दो वीर सपूतों ने भी देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दे दी. इनमें से कोल्हापुर के ऋषिकेश जोंधले की उम्र महज 20 साल की थी. वहीं नागपुर के सताई भूषण ने पाकिस्तान को सबक सिखाते हुए देश के लिए अपने जान की बाजी लगा दी. दोनों के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिये हजारों की तादाद में लोग उमड़ पड़े और नम आंखों से उन्हें विदाई दी. 13 नवंबर की रात पाकिस्तान की फायरिंग में बीएसएफ के एक सब-इंस्पेक्टर के अलावा सेना के 4 जवान भी शहीद हुए थे. उनमें से एक थे मराठा लाइट इन्फैंट्री में नायक के तौर पर तैनात सताई भूषण रमेशराव और दूसरे ऋषिकेश जोंधले.