महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पार्टी बैठक में कहा है कि मुझे अपने हिंदुत्व को साबित करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मेरा हिंदुत्व बालासाहेब ठाकरे का है और वह काफी शुद्ध है. बैठक में ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाने का मतलब ये नहीं कि शिवसेना ने हिंदुत्व की विचारधारा को त्याग दिया है.
सीएम ने कहा कि हम अभी भी हिंदुत्व विचारधारा वाली पार्टी हैं. लेकिन इस वक्त महाराष्ट्र का विकास हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. वहीं, इस पार्टी बैठक में सभी विधायकों को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के बारे में भी जानकारी दी गई.
वहीं, बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार अच्छा काम कर रही है. केवल दो महीनों में सरकार ने दो बड़े फैसले लिए हैं. पहला किसानों को राहत और दूसरा 10 बजे भोजन.
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विधायक दिलीप लांडे ने कहा कि एमएनएस ने जो मांगें की हैं, वह कोई नई बात नहीं है. उसी के लिए सरकार और पुलिस के अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा वाले हमारे साथ हमेशा रहेंगे. हमें इसके बारे में साबित नहीं करना है.
किसान और विकास पर बात करेगी सरकार
बता दें कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे अपने हिंदुत्ववादी रुख को तेज करते हुए रविवार को सड़कों पर उतरे. उन्होंने अवैध पाकिस्तानी-बांग्लादेशी प्रवासियों को देश के बाहर निकालने के लिए जुलूस निकाला. इसमें हजारों की संख्या में पार्टी के समर्थक पहुंचे. वहीं, शिवसेना ने मनसे की रैली को सिरे से खारिज कर दिया. किसानों के मुद्दे पर बैठक करने जा रही शिवसेना ने कहा कि हम महाराष्ट्र के विकास और किसानों के मुद्दों पर बात करेंगे.