एंटीलिया केस के बाद से ही महाराष्ट्र की सरकार लगातार हर किसी के निशाने पर है. पुलिस अफसर सचिन वाजे का इस मामले में नाम आने के बाद मुंबई पुलिस की छवि खराब हुई तो कमिश्नर परमबीर सिंह की छुट्टी हो गई. अब कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने एक बार फिर ट्विटर के जरिए ये मसला उठाया और शिवसेना पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.
संजय निरूपम ने ट्वीट कर लिखा कि शिवसेना कमिश्नर परमबीर सिंह की जय जयकार कर रही है, लेकिन गृह मंत्री जो कि एनसीपी के हैं वो कमिश्नर की गलती बता रहे हैं.
संजय निरूपम ने कहा कि ये विरोधाभासी बयान सरकार की ही इमेज खराब करेंगे. कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि वाजे कांड की जांच से अबतक समझ में आया है कि यह सत्ता प्रायोजित हफ्ता वसूली कांड है. इसके तार शिवसेना से जुड़े हैं क्या?
शिवसेना कमिश्नर परमबीर सिंह की जयजयकार कर रही है।
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) March 19, 2021
गृह मंत्री जो #NCP के हैं,कल बोले कि कमिश्नर ने गलती की थी।
ये विरोधाभासी बयान सरकार की इमेज और खराब करेगी।#वाजेकांड की जाँच से अबतक समझ में आया है कि यह सत्ता प्रायोजित हफ्ता वसूली कांड है।
इसके तार शिवसेना से जुड़े हैं क्या ?
गौरतलब है कि एंटीलिया केस में पहले सचिन वाजे का नाम आया, जिनपर एनआईए ने शिकंजा कस लिया. उसी के बाद से ही बीजेपी लगातार शिवसेना पर निशाना साध रही थी, लगातार उठ रहे सवालों के बीच परमबीर सिंह का तबादला कर दिया गया.
महाराष्ट्र सरकार ने अब मुंबई पुलिस की कमान हेमंत नगराले को सौंप दी है. सिर्फ बीजेपी ही नहीं, बल्कि एंटीलिया मामले को लेकरस महाराष्ट्र सरकार में भी अलग-अलग रुख दिखाई दे रहे हैं. एक तरफ जहां शिवसेना खुले तौर पर परमबीर सिंह, सचिन वाजे का बचाव कर रही थी. वहीं, एनसीपी ने इस मामले में सख्ती बरती थी.
यही कारण रहा कि शरद पवार की उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद ही मुंबई पुलिस कमिश्नर को हटाने का फैसला लिया गया. इसी के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने बयान दिया था कि इस मामले में पुलिस से गलती हुई है, जो सरकार की भी जिम्मेदारी है.