नासिक पुलिस ने उन खबरों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा जा रहा था कि एक 23 साल के युवक की मौत तेज डीजे म्यूजिक की वजह से हुई. पुलिस ने साफ किया कि उसकी मौत टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) की वजह से हुई थी.
चक्कर आया और गिर गया युवक
यह घटना सोमवार रात नासिक के पंचवटी इलाके में हुई, जहां एक कार्यक्रम में तेज डीजे म्यूजिक बज रहा था. वहां मौजूद नितिन रंशनगे को चक्कर आया और वह गिर पड़े. उनके मुंह और नाक से खून निकलने लगा. उनके भाई ने उन्हें तुरंत एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के हवाले से बताया कि नितिन टीबी से पीड़ित थे और उसी की वजह से उनकी जान गई.
बता दें कि DJ के तेज म्यूजिक से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, खासकर जब आवाज तय सीमा से ज्यादा होती है.
1. सुनने की समस्या (Hearing Loss)
बहुत तेज म्यूजिक से कानों पर असर पड़ता है और लंबे समय तक एक्सपोजर से स्थायी सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है.
2. सिरदर्द और चक्कर (Headache & Dizziness):
तेज आवाज से सिरदर्द, चक्कर आना या उलझन जैसी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर उन लोगों को जो पहले से कमजोर हैं या बीमार हैं.
3. मानसिक तनाव (Stress & Anxiety):
लगातार तेज म्यूजिक दिमाग को थका सकता है, जिससे मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और नींद की दिक्कतें हो सकती हैं.
4. हृदय रोगियों के लिए खतरनाक (Risk for Heart Patients):
तेज ध्वनि दिल की धड़कन बढ़ा सकती है और हाई ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारी वाले लोगों के लिए खतरा पैदा कर सकती है.
5. बच्चों और बुज़ुर्गों पर असर:
छोटे बच्चों और बुज़ुर्गों की सुनने की क्षमता और सहनशीलता कम होती है, जिससे उन्हें ज्यादा नुकसान हो सकता है.
6. ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution):
तेज म्यूजिक सार्वजनिक जगहों पर ध्वनि प्रदूषण फैलाता है, जिससे आसपास के लोग परेशान होते हैं और कई बार कानून भी टूटते हैं.