सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र मामले में बड़ा फैसला सुनाया है. देवेंद्र फडणवीस की सरकार को बुधवार यानी 27 नवंबर शाम पांच बजे तक बहुमत साबित करना होगा.
महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराया जाएगा, जिसका लाइव प्रसारण होगा. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि विधायकों को शपथ प्रोटेम स्पीकर दिलाएगा, 27 नवंबर की शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट संवैधानिक मुद्दों पर सुनवाई को 6 हफ्तों के बाद शुरू करेगा.
वहीं इस बीच, बीजेपी सांसद रणजीत सिंह निंबालकर ने कहा है अजित पवार लंबी रेस के घोड़े हैं. आज वह मीडिया में जैसा दिख रहे हैं वो वैसे नहीं हैं. फ्लोर टेस्ट जब होगा तब अजित पवार की ताकत नजर आएगी. जब अजित पवार सदन में खड़े होंगे तो सारे युवा विधायक उनके साथ नजर आएंगे.
जब महाराष्ट्र के माढा लोकसभा सीट से इस बीजेपी सांसद से पूछा गया कि सभी विधायक एनसीपी खेमे में लौट चुके हैं तो अजित पवार का दावा कैसे सही हो सकता है. तब रणजीत सिंह निंबालकर ने कहा कि वह अजित पवार को निजी तौर पर जानते हैं. अजित पवार की ताकत क्या है, ये भी जानते हैं. इसका नतीजा फ्लोर टेस्ट में जरूर दिखेगा.
चाचा-भतीजे के रिश्ते में दरार पर निंबालकर ने कहा कि उनके बीच पारिवारिक मतभेद है. ये मतभेद आज सार्वजनिक स्तर पर दिखाई देने लगे हैं. लेकिन तय है कि अजित पवार लंबी रेस के घोड़े हैं और आने वाले समय में वो अपने चाचा और एनसीपी प्रमुख शरद पवार को मना लेंगे.
बीजेपी खेमे में जाने का बताया फॉर्मूला
निंबालकर ने एक उदाहरण देकर समझाया. उन्होंने बताया कि अहमदनगर के सुजय विखे पाटिल ने पहले बीजेपी के साथ जाने का निर्णय लिया था. तब उनके पिता राधाकृष्ण विखे पाटिल बीजेपी के साथ जाने को तैयार नहीं थे. लेकिन बाद में राधाकृष्ण विखे पाटिल जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे, वो भी बीजेपी खेमे में चले गए और आज पार्टी के सांसद हैं.