महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दशहरा रैली को संबोधित करते हुए एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा. एकनाथ शिंदे ने दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में दशहरा रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) की तुलना असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम से की तो वहीं शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में अपनी पार्टी की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली वाले अब्दाली के बेटे मुझे कमजोर करना चाहते थे, लेकिन आप सब मां जगदंबे की तरह मेरे साथ खड़े रहे और मुझे ताकत दी.
उन्होंने दिवंगत रतन टाटा को याद करते हुए कहा, 'रतन टाटा एक बार हमारे परिवार से मिलने मातोश्री आए थे और वह वाकया बताया था कि कैसे जेआरडी टाटा ने अपनी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था. उन्होंने मुझसे कहा कि बाला साहेब ठाकरे को भी आप पर उतना ही भरोसा था जैसा मुझ पर जेआरडी टाटा का था. तभी उन्होंने आपको शिवसेना की कमान सौंपी. टाटा ने हमारे देश को नमक दिया, लेकिन कुछ लोग अब नमक के बर्तन छीन रहे हैं. हम चाहते हैं कि ऐसे जमीन हड़पने वालों को चले जाना चाहिए था, लेकिन रतन टाटा को अभी नहीं जाना चाहिए था. हम असली शिवसेना हैं और बाला साहेब ठाकरे का नाम मेरे साथ है.'
रैली को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "हमने शिवसेना को आजाद कराया है. आजाद शिवसेना को आजाद मैदान में लकर आए हैं. इस आयोजन स्थल पर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा है. जब हमारी सरकार आई तो महाविकास अघाड़ी वाले डेडलाइन देते रहे कि हमारी सरकार गिर जाएगी. लेकिन उनके लिए ये एकनाथ शिंदे ही काफी था. मुझे हल्के में मत लो. सच्चा शिवसैनिक कभी अपनी जमीन नहीं छोड़ता, अपनी विचारधारा नहीं छोड़ता. दो साल के अंदर हमारी सरकार लड़का सरकार बन गयी है. हम एमवीए से बाहर क्यों आये? वहां हमारे साथ अन्याय हुआ. अगर हमने ये कदम नहीं उठाया होता, तो सच्चे शिवसैनिकों का अपमान होता. सत्ता में आने के बाद हमने महाराष्ट्र को निवेश और एफडीआई में देश में नंबर 1 बनाया है."
मैं लाडली बहनों को 1500 की जगह ₹3000 महीने देता: शिंदे
उन्होंने उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा, "पहले सब दिल्ली आते थे. अब उन्हें दिल्ली जाकर कहना पड़ रहा है कि मुझे सीएम का चेहरा बनाओ. आपके गठबंधन के साथी आपको मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते, तो महाराष्ट्र आपको मुख्यमंत्री के रूप में कैसे स्वीकार करेगा? आप ये भी नहीं बता सकते कि सीएम रहते हुए आपने क्या किया. मैंने क्या किया पूरी जानकारी मेरे पास है. पीएम मोदी ने मेट्रो प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया. एमवीए सरकार नहीं चाहती थी, यह प्रोजेक्ट पूरा हो. इस कारण इस परियोजना की लागत 17000 करोड़ रुपये बढ़ गई. अगर ये पैसे होते तो मैं लाडली बहनों को 1500 की जगह ₹3000 महीने देता. एमवीए को लोकसभा में मिली सफलता आकस्मिक थी. जो हरियाणा में हुआ वही महाराष्ट्र में होगा. आइये विपक्ष को परास्त करने का संकल्प लें. हमारे काम को घरों तक ले जाएं. हम विधानसभा चुनाव जीतेंगे."
एकनाथ शिंदे ने कहा, "हमारी सरकार ने धारावी परियोजना शुरू की और मैं धारावी के लोगों को बताना चाहता हूं कि विपक्ष चाहे कुछ भी कहे, हमारी सरकार आपको अच्छे घर देने जा रही है. पहले बाबू (उद्धव ठाकरे) उठते थे, नहाते थे और फेसबुक पर लाइव हो जाते थे. लोगों को बाबू का नेतृत्व कभी पसंद नहीं आया, इसीलिए लोगों ने उनकी सरकार गिरा दी. महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने जा रही है. मैं मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं."
शिवसैनिक मेरे शस्त्र हैं, मैं उनके लिए पूजा कर रहा हूं: उद्धव ठाकरे
शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में अपनी पार्टी की दशहरा रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा, 'दशहरे पर हर कोई शस्त्र पूजा करता है. आप सभी शिवसैनिक मेरे शस्त्र हैं. इसलिए, मैं आपके लिए पूजा कर रहा हूं. दिल्ली वाले अब्दाली के बेटे मुझे कमजोर करना चाहते थे, लेकिन आप सब मां जगदंबे की तरह मेरे साथ खड़े रहे और मुझे ताकत दी.
उन्होंने दिवंगत रतन टाटा को याद करते हुए कहा, 'रतन टाटा एक बार हमारे परिवार से मिलने मातोश्री आए थे और वह वाकया बताया था कि कैसे जेआरडी टाटा ने अपनी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था. उन्होंने मुझसे कहा कि बाला साहेब ठाकरे को भी आप पर उतना ही भरोसा था जैसा मुझ पर जेआरडी टाटा का था. तभी उन्होंने आपको शिवसेना की कमान सौंपी. टाटा ने हमारे देश को नमक दिया, लेकिन कुछ लोग अब नमक के बर्तन छीन रहे हैं. हम चाहते हैं कि ऐसे जमीन हड़पने वालों को चले जाना चाहिए था, लेकिन रतन टाटा को अभी नहीं जाना चाहिए था. हम असली शिवसेना हैं और बाला साहेब ठाकरे का नाम मेरे साथ है.'
'हर जिले में शिव मंदिर बनवाएंगे'
उद्धव ने कहा कि अगर वे सत्ता में वापस आए तो हर जिले में शिव मंदिर बनवाएंगे. उन्होंने सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के कथित भ्रष्टाचार पर कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को समझना चाहिए कि छत्रपति शिवाजी महाराज वोट पाने के लिए ईवीएम नहीं हैं. मैं आरएसएस और प्रमुख मोहन भागवत का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं उनके काम का सम्मान नहीं करता. भागवत ने अपील की कि हिंदुओं को अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी पिछले दस सालों से सत्ता में हैं. क्या इसका मतलब यह है कि वे हिंदुओं की रक्षा करने में विफल रहे हैं? क्या यही कारण है कि सभी हिंदुओं को अपनी सुरक्षा करनी चाहिए? क्या आरएसएस भाजपा और शकुनि मामा को मंजूरी देता है, जिन्होंने हमारे राज्य में शासन करने के लिए गद्दारों (देशद्रोहियों) को साथ लिया है.
उन्होंने कहा कि आरएसएस को आज की भाजपा की बदलती कार्य पद्धति का विश्लेषण करने के लिए चिंतन शिविर लगाना चाहिए. आज की भाजपा मिक्स ब्रीड की तरह हाइब्रिड है. यह अब शुद्ध नहीं रही. इसने भ्रष्ट और देशद्रोहियों को असली भाजपा समर्थकों के सिर पर बैठा दिया है. 1995 में, वाजपेयी ने सोलापुर की एक रैली में पहली कैबिनेट में धनगर आरक्षण का वादा किया था. भाजपा ने अब तक उन्हें आरक्षण क्यों नहीं दिया. अमित शाह ने कहा कि 2024 में महायुति और 2029 में भाजपा ही सत्ता में आएगी. उन्होंने राज्य में अपने सहयोगियों की समाप्ति तिथि पहले ही लिख दी है. उन्हें पहले अपनी पार्टी का ख्याल रखना चाहिए. क्योंकि एक दाढ़ी वाला आदमी (एकनाथ शिंदे) और एक गुलाबी कीड़ा (अजित पवार) भाजपा की जड़ों पर हमला कर रहा है.
सबसे पहले हम धारावी पुनर्विकास का टेंडर रद्द करेंगे: उद्धव
उन्होंने कहा कि उन्हें केवल सत्ता चाहिए. यह भाजपा का सत्ता जिहाद है, उद्धव ने 2029 में अकेले चुनाव लड़ने के अमित शाह के आह्वान पर पलटवार किया. उद्धव ने भाजपा के वोट जिहाद के जवाब में सत्ता जिहाद शब्द गढ़ा. उद्धव ने चेतावनी दी कि जब हम सत्ता में वापस आएंगे तो कैबिनेट द्वारा लिए गए लगभग 1100 फैसले रद्द कर दिए जाएंगे, जिससे महाराष्ट्र के कल्याण में बाधा उत्पन्न हुई है. उन्होंने कहा कि हमने अपने महाराष्ट्र के लिए लड़ाई लड़ी है, अडानी ने इसे उपहार के रूप में नहीं दिया है. हमारी जमीनें अडानी को दे दी गई हैं. मैं आखिरी सांस तक उनके खिलाफ लड़ूंगा. पीएम मोदी ने कहा कि जब हम सत्ता में आएंगे तो वे उन लोगों के मंगलसूत्र निकालेंगे जिनकी आबादी ज़्यादा है. अब मैं उनसे पूछता हूं कि वे हमारी ज़मीनें क्यों दे रहे हैं. क्या वे हमारे मृतकों और माताओं के मंगलसूत्र भी अडानी को देने की योजना बना रहे हैं? मैं वादा करता हूं कि अगर हम सत्ता में वापस आए तो सबसे पहले हम धारावी पुनर्विकास का टेंडर रद्द करेंगे. साथ ही, मैं धारावी की ज़मीन हमारे पुलिस परिवारों, मिल मज़दूरों और सरकारी कर्मचारियों के रहने के लिए आवंटित करूंगा जो अपना घर मांग रहे हैं.