scorecardresearch
 

रामपुरहाट-दुमका-मंदारहिल रूट पर ट्रेन सेवा शुरू

नई रूट की इस पहली पैसेंजर ट्रेन को रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस रेलखंड पर रेल सेवा शुरू होने से हंसदिया-बारापलासी के बीच सफर करने वाले लोगों का 28.15 किलोमीटर का सफर कम हो गया.

Advertisement
X
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिखाई हरी झंडी
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिखाई हरी झंडी

मंदार की पहाड़ियों को चीर कर निकलती हुई ट्रेन अब बंगाल को झारखंड से जोड़ चुकी है. बंगाल के रामपुरहाट से दुमका होते हुए झारखंड के मंदारहिल तक जाने वाली यह ट्रेन यहां के लोगों का सफ़र आसान करने के साथ बाबा भोले की नगरी वैद्यनाथ धाम, बासुकीनाथ, मलूटी मंदिर और मसंजोर धाम भी पहुंचना और आसान हो गया है.

नई रूट की इस पहली पैसेंजर ट्रेन को रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस रेलखंड पर रेल सेवा शुरू होने से हंसदिया-बारापलासी के बीच सफर करने वाले लोगों का 28.15 किलोमीटर का सफर कम हो गया.

इस रेलखंड पर मालगाड़ी सेवा की शुरुआत बीते 23 अगस्त को ही शुरू हो चुकी है. अब पैसेंजर सेवा शुरू होने से यात्रियों को काफी सुविधा हो गई है. इस मौके पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि झारखंड के निवासियों के लिए यह रेल लाइन सेवा की बहुत जरूरत थी. उन्होंने बताया कि वर्ष 2001-02 में रामपुरहाट-मंदारहिल (वाया दुमका) 130.20 किलोमीटर इस लाइन को मंजूरी दी गई थी. अब यह बनकर तैयार हो चुकी है.

रेलवे अधिकारी बताते हैं कि इस लाइन से झारखंड के पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा. यहां के धार्मिक स्थलों, खासकर वैद्यनाथ धाम और बासुकीनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की राह और आसान हो जाएगी. वहीं बंगाल के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. क्योंकि रामपुरहाट बंगाल के बीरभूम जिले में पड़ता है, जहां का अपना ऐतिहासिक महत्व है.
ट्रेन (53451/53452) समय सारिणी:
समय          स्टेशन
सुबह 7 बजे- हंसडीआ
7:16 बजे- कुरमहाट
7:30- नोनिहाट
7:49- बारापलासी
8:06- न्यू मदनापुर
8:25- दुमका
वापसी में यह ट्रेन (53451)
समय       स्टेशन
सुबह 9:15- दुमका
9:24 बजे- न्यू मदनापुर
9:41 बजे- बारापलासी
10 बजे- नोनिहाट
10:14 बजे- कुरमहाट
10:35- हंसदिआ

Advertisement
Advertisement