झारखंड ATS अजरबैजान से कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह को रांची लेकर पहुंची है. पिछले साल बाकू (अजरबैजान) में गिरफ्तार मयंक को एक्स्ट्राडिशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भारत लाया गया है. टीम उसे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सीधे सुरक्षा घेरे में ATS मुख्यालय ले गई. यहां वरीय अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ पूरी होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा और फिर बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल भेजा जाएगा.
मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा झारखंड पुलिस के लिए लंबे समय से सिरदर्द बना हुआ था. उसके खिलाफ रंगदारी, धमकी और गैंगस्टर गतिविधियों से जुड़े तीन दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं. वह गैंगस्टर अमन साव का करीबी माना जाता है और उसके लिए हथियार और फाइनेंशियल सपोर्ट जुटाने का काम करता था.
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सूत्रों के मुताबिक, मयंक का नेटवर्क सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं था. उसका सीधा कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से था. बताया जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई ही अमन साव गैंग को हथियार और इनपुट मुहैया कराता था, जबकि अमन साव अपने लोगों को लॉरेंस के नेटवर्क के लिए भेजता था. इस बीच मयंक दोनों गैंग्स के बीच ब्रिज का काम करता था.
अजरबैजान से ही गैंग्स के लिए करता था काम
मयंक पर आरोप है कि वह अजरबैजान में रहते हुए भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम कर रहा था. बिश्नोई नेटवर्क ने ही उसे अजरबैजान शिफ्ट कराया था. वहीं से वह गैंग के ऑपरेशन्स को संचालित करता था.
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राजस्थान, पंजाब से हरियाणा तक में फैलाता था आतंक
मयंक सिंह झारखंड से लेकर राजस्थान और पंजाब तक आतंक फैलाने के लिए कुख्यात था. उसके खिलाफ कई राज्यों में बड़े अपराधों के केस दर्ज हैं. भारत छोड़ने से पहले भी वह राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में कई वारदातों में शामिल रहा है.