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कोरोना की लड़ाई में NDRF बना देवदूत, ऑक्सीजन सप्लाई में निभा रहा बड़ी भूमिका

जब देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर से लड़ रहा है, ऐसे मुश्किल समय में भी एनडीआरफ की तरफ से लगातार मदद की जा रही है. उनकी वजह से कई अस्पतालों तक समय रहते ऑक्सीजन प्लांट पहुंच रहे हैं.

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कोरोना की लड़ाई में NDRF बना देवदूत
कोरोना की लड़ाई में NDRF बना देवदूत
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पूरी दुनिया से मदद मिल रही देश को मदद
  • ऑक्सीजन सप्लाई में बड़ी भूमिका
  • लोडिंग व अनलोडिंग का कर रहे काम

देश में कोई भी प्राकृतिक आपदा आती है तो सबसे पहले एनडीआरएफ से सहायता मांगी जाती है. रेस्क्यू ऑपरेशन में भी वे एक सक्रिय भूमिका निभाते हैं और उन्हीं के बेहतरीन काम की वजह से कई लोगों की जान बच पाती है. अब जब देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर से लड़ रहा है, ऐसे मुश्किल समय में भी एनडीआरफ की तरफ से काफी मदद की जा रही है. उनकी वजह से कई अस्पतालों तक समय रहते ऑक्सीजन प्लांट पहुंच रहे हैं.

कोरोना की लड़ाई में NDRF की भूमिका

जानकारी मिली है कि कमला नेहरू नगर स्थित 8वीं बटालियन एनडीआरएफ की तरफ से कोरोना काल में एक सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है. दरअसल, कोरोना वायरस के बदले स्वरूप से उत्पन्न हुई सकंट की घड़ी में भारत को पूरी दुनिया से मदद मिल रही है. बड़ी संख्या में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट और दूसरी वस्तु पहुंचाई जा रही हैं. ऐसे में एनडीआरएफ द्वारा इन ऑक्सीजन प्लांटों को एयरपोर्ट पर लोडिंग और अनलोडिंग से लेकर गन्तव्य स्थानों पर जहां इन्हें स्थापित किए जाने तक सुरक्षित पहुंचने का कार्य किया जा रहा है. वहीं इन प्लांटों के इंस्टालेशन में भी एनडीआरएफ द्वारा आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है.

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ऑक्सीजन सप्लाई में बड़ी भूमिका

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बताया गया है कि एनडीआरएफ द्वारा चार ऑक्सीजन प्लांट में से दो प्लांट इटली और आयरलैंड से प्राप्त हुए हैं जिन्हें आईटीबीपी द्वारा संचालित रेफरल अस्पताल ग्रेटर नोएडा में और दूसरे को ईएसआईसी अस्पताल फरीदाबाद में स्थापित करवाया जा चुका है. वहीं जर्मनी से प्राप्त हुए ऑक्सीजन प्लांट को डीआरडीओ अस्पताल नई दिल्ली और अमेरिका से प्राप्त ऑक्सीजन प्लांट को ईएसआईसी झिलमिल ईस्ट दिल्ली में स्थापित करवाया जा रहा है. एनडीआरएफ की वजह से ही समय भी बच रहा है और समय रहते ऑक्सीजन की आपूर्ति भी होती दिख रही है.

कोरोना की लड़ाई हुई आसान

आठवीं बटालियन कमांडेंट प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया  कि 8 मई को इजरायल से तीन ऑक्सीजन प्लांट जिनकी क्षमता 500 लीटर प्रति मिनट हैं को वायु मार्ग से गाजियाबाद लाया गया है. इनमें से एक ऑक्सजीन प्लांट लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल वाराणसी के लिए एनडीआरएफ टीम द्वारा सड़क मार्ग से ले जाया जा रहा है, वहीं दो अन्य प्लांट कर्नाटक राज्य के कोलार और मैसूर जिले के लिए वायु मार्ग से भिजवाए जा रहे हैं.

कोरोना की स्थिति अभी भी विस्फोटक बनी हुई है, ऐसे में NDRF की ये मदद अभी लंबे समय तक मिलने वाली है. उनका योगदान ही कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को आसान और कारगर बना रहा है.
 

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