दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में 16 मई को सागर रत्ना रेस्टोरेंट में हुए
एनकाउंटर की तहकीकात के लिए बनाई गई एसआईटी में मेंबर इंस्पेक्टर रमेश
लांबा को हटा दिया गया है. यह एक्शन मनोज वशिष्ठ के परिवार की शिकायत पर
लिया गया है.
परिवार का आरोप था कि इंस्पेक्टर रमेश लांबा केस को
प्रभावित कर रहे हैं. इस बारे में पुलिस कमिश्नर से भी मांग की गई थी.
सेंट्रल रेंज के जाइंट सीपी और इस एसआईटी के प्रमुख एस के गौतम ने
इंस्पेक्टर रमेश लांबा के हटाए जाने की पुष्टि की.
उन्होंने बताया
कि शनिवार को ही रमेश लांबा एसआईटी टीम से हटा दिए गए थे. सेंट्रल
डिस्ट्रिक्ट में प्रसाद नगर के एसएचओ रमेश लांबा राजेंद्र नगर एनकाउंटर की
जांच के लिए बनी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के मेंबर थे.
बताते चलें
कि सागर रत्ना रेस्टोरेंट शूटआउट केस शुरू से ही सवालों के घेरे में है.
दिल्ली आजतक की टीम को सूत्रों द्वारा पता चला था कि एनकाउंटर के फौरन बाद
पुलिस ने सागर रत्ना के स्टाफ के मोबाइल बंद करवा दिए थे. पुलिस ने
तस्वीरें खींचने से रोकने के लिए ऐसा किया था.
मनोज अक्सर राजेंद्र
नगर स्थित उस रेस्टोरेंट में आता था. यहां का पूरा स्टाफ मनोज को अच्छी
तरह पहचानता था. सागर रत्ना में वह हमेशा कॉर्नर वाले सोफे पर बैठता था.
उसके आते ही कॉर्नर के 2 सोफे बुक कर दिए जाते थे. लेकिन एनकाउंटर वाले दिन
मनोज ने अपनी जगह बदली थी.