एक बच्ची का रेप वीडियो ट्वीट करने पर दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को मंगलवार को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने एक नाबालिग रेप पीड़िता की पहचान उजागर कर दी. कड़ी आलोचनाओं के बाद उन्होंने वीडियो डिलीट कर माफी मांगी. किसी बलात्कार पीड़िता की पहचान सार्वजनिक करना गैर-कानूनी होता है. वीडियो डिलीट कर उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'मैंने वीडियो शेयर इसलिए किया, ताकि आरोपी की पहचान हो सके. लेकिन मैंने इसे डिलीट कर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं माफी मांगती हूं.'
शुरुआती ट्वीट में दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए मालीवाल ने लिखा, 'यह देखकर मेरा खून खौल गया है. दिल्ली पुलिस तुरंत एफआईआर दर्ज कर इस शख्स को गिरफ्तार करे. इसे गिरफ्तार करना चाहिए.' मालीवाल का दावा है कि उन्होंने डीसीपी (सेंट्रल) मनदीप सिंह रंधावा को नोटिस भेजा था. इसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली महिला आयोग को यह वीडियो सोशल मीडिया से मिला है और यह बेहद परेशान करने वाला है. लिहाजा जीरो एफआईआर दर्ज होनी चाहिए. वहीं रंधावा का कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है. दिल्ली पुलिस के एडिशनल पीआरओ अनिल मित्तल ने कहा, 'हमें पता चला है कि वीडियो दिल्ली का नहीं है.'
गौरतलब है कि मालीवाल के ट्वीट डिलीट करने से पहले ही उसे 200 से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया था. दिल्ली पुलिस के एक अफसर ने कहा, 'यह आईपीसी की धारा 228ए (पीड़ित की पहचान उजागर करना) का उल्लंघन है. लेकिन उनके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है. मालीवाल ने ट्विटर से वह वीडियो डिलीट कर दिया.'This v disturbing video was viral on social media. Made my blood boil. Want the man 2 get strongest punishment. Shared video so that he is identified! However, hv deleted it & sought report from Police. Apologize if I have hurt sentiments. Intention is only to get justice 4 girl.
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 23, 2019