देश की राजधानी दिल्ली में काम करने वाले पुलिसकर्मियों को अब ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए सिफारिश लगवाने से पहले कई बार सोचना पड़ेगा. दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इससे जुड़ा एक आदेश जारी किया है. अस्थाना ने अपने आदेश में कहा है कि अब दिल्ली पुलिस में ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए राजनीतिक सिफारिश बिल्कुल नहीं चलेगी. सिपाही से लेकर स्पेशल कमिश्नर तक किसी ने भी मंत्रियों या बाहर से किसी से सिफारिश लगवाने की कोशिश की तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कमिश्नर राकेश अस्थाना ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि ट्रांसफर पोस्टिंग में राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल दंडनीय होगा. पुलिस कमिश्नर के बाकायदा स्टैंडिंग ऑर्डर जारी कर इस तरह के आचरण पर रोक लगाई है. इस आदेश के बाद पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है. गौरतलब है कि 2012 में भी पुलिस आयुक्त ने इस तरह का एक आदेश जारी किया गया था, लेकिन कुछ समय बाद ही दोबारा ट्रांसफर पोस्टिंग में पैरवी का सिलसिला शुरू हो गया था.
सिफारिश लगवाने वालों पर होगी कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर ने अपने आदेश में साफ निर्देश दिया है कि किसी की राजनैतिक सिफारिश लगाने वाले पुलिस अधिकारी की अलग से फाइल बनाई जाएगी. लिखित सिफारिशी पत्र प्राप्त होने पर उसको फाइलों में रखा जाएगा और जांच कराई जाएगी. साथ ही कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जाएगा. इसके बाद उचित कार्रवाई होगी.
हमेशा सुर्खियों में रहे राकेश अस्थाना
गुजरात कैडर के चर्चित IPS अफसर राकेश अस्थान ने 28 जुलाई 2021 को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी. इससे पहले राकेश अस्थाना सीमा सुरक्षा बल (BSF) के डीजी के तौर पर काम कर रहे थे. 1984 बैच के अफसर राकेश अस्थाना (31 जुलाई, 2022 तक दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बने रहेंगे. चारा घोटाले मामले में पूछताछ हो या फिर सुशांत केस से जुड़े ड्रग्स विवाद की जांच की अगुवाई हो, राकेश अस्थाना हमेशा ही सुर्खियों में रहे हैं.