दिल्ली में ऐप बेस्ड प्रीमियम बस सेवा शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. दिल्ली सरकार ने प्रीमियम बस सेवा के लिए नोटिफिकेशन जारी कर इससे जुड़े सभी प्रावधान के बारे में बताया है. इसके तहत लग्जरी बस चलाई जाएंगी. इनमें AC, वाई-फाई, GPS, पैनिक बटन जैसी सारी आधुनिक सुविधा होंगी.
नोटिफिकेशन के मुताबिक कम से कम 25 लग्जरी बसों का बेड़ा लाइसेंस प्राप्त करने के लिए चाहिए होगा. लाइसेंस फीस ₹5 लाख होगी जो 5 साल के लिए वैद्य होगी जबकि सालाना ₹2500 लाइसेंस रिन्यूअल के लिए देने होंगे. वहीं, बस संचालकों को 1 से 5 लाख रुपए का सिक्योरिटी डिपॉजिट भी देनी होगी.
नोटिफिकेशन के मुताबिक इलेक्ट्रिक बसों पर कोई लाइसेंस फीस नहीं ली जाएगी ताकि इलेक्ट्रिक बसों को प्रमोट किया जा सके. लाइसेंस धारक रूट भी अपने हिसाब से तय कर सकता है और किराया भी लेकिन किराया एप्प पर प्रदर्शित करना होगा ताकि पैसेंजर को पता रहे. डायनेमिक प्राइसिंग की अनुमति होगी यानी किराया कम या ज्यादा अपने हिसाब से लाइसेंस धारक कर सकता है लेकिन DTC के अधिकतम किराए से काम नहीं हो सकता.
प्रीमियम बसों में यात्रियों से किराया केवल डिजिटल माध्यम से लिया जा सकेगा. जो पहले से बुकिंग करेगा उसी को यात्रा की इजाजत होगी फिजिकल टिकट नहीं दिया जाएगा. एक बार लाइसेंस धारक ने यात्री की बुकिंग ले ली तो फिर यात्रा को रद्द नहीं किया जा सकेगा.