आम आदमी पार्टी (आप) के बागी विधायक कर्नल देवेन्द्र सिंह सहरावत और अनिल वाजपेयी के बीजेपी में शामिल होने को लेकर एक बार फिर दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने नोटिस भेजा है. स्पीकर राम निवास गोयल आम आदमी पार्टी के दोनों बागी विधायकों को 3 जुलाई तक जवाब दाखिल करने को कहा है और 4 जुलाई को पेश होने को कहा है.
दरअसल, दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने दल बदल कानून के तहत दोनों बागी विधायकों को नोटिस भेजा है, क्योंकि दोनों ही विधायक अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. इससे पहले बिजवासन से बागी विधायक कर्नल देवेन्द्र सिंह सहरावत ने पहले नोटिस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में उन्हें झटका लगा और कोर्ट ने इस मामले दखल देने से इनकार कर दिया था.
गांधीनगर से आप के बागी विधायक अनिल वाजपई ने कहा कि ये तो आम आदमी पार्टी और स्पीकर राम निवास गोयल को साबित करना है कि मैं बीजेपी में शामिल हुआ ही या नहीं. क्योंकि दल बदल कानून के मुताबिक मुझे पहले पार्टी की तरफ से पार्टी का अध्यक्ष नोटिस भेजता जोकि नहीं भेजा गया.
अनिल वाजपेयी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल 2017 तक आप के अध्यक्ष थे, उसके बाद उनका कार्यकाल बढ़ाया ही नहीं गया, जबकि मुझे जो नोटिस मिला वो आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भेजा है जोकि मान्य नहीं है और दल बदल कानून के तहत पार्टी अध्यक्ष नोटिस भेजता है ना कि प्रवक्ता. दूसरा मेरे ऊपर ऑफिस प्रॉफिट का भी मामला चल रहा है. तब उस परिस्थिति में मैं विधायक हूं या नहीं कोर्ट फैसला लेगा क्योंकि कोर्ट में मामला चल रहा है.
उन्होंने कहा कि तीसरा मैं बीजेपी में शामिल हुआ कि नहीं, तकनीकी रूप से आम आदमी पार्टी और स्पीकर को साबित करना है, जबकि नियम के तहत अभी तक ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ मंच साझा किया था तो क्या केजरीवाल ने तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन की हुई है.