दिल्ली के द्वारका इलाके से एक नाबालिग लड़की को देह व्यापार के रैकेट से बचाया गया है. यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस और एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) की संयुक्त छापेमारी में की गई. NGO के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
इस धंधे में कैसे उतरी नाबालिग?
NGO की ओर से जारी बयान के अनुसार, पीड़िता 16 साल की है और उसे करीब एक साल पहले मानव तस्करों द्वारा फंसाया गया था. लड़की ने बताया कि उसकी एक दोस्त ने उसे पैसों की मदद का झांसा दिया और उसे इस गंदे धंधे में धकेल दिया. बाद में जब उसने विरोध किया, तो उसे धमकाया गया कि उसके निजी वीडियो इंटरनेट पर लीक कर दिए जाएंगे.
खुद को ग्राहक बनाकर आरोपी गिरोह पर नजर रखी
NGO के सदस्यों ने इस मामले की तह तक जाने के लिए एक महीना तक खुद को ग्राहक बनाकर आरोपी गिरोह पर नजर रखी. सबूत जुटाने के बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस को सूचित किया. इसके बाद द्वारका के मोहन गार्डन इलाके में एक फ्लैट पर छापा मारा गया, जहां से लड़की को सुरक्षित निकाला गया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
बयान के अनुसार, छापेमारी के दौरान फ्लैट से और भी आपत्तिजनक सामग्री मिली है, जिससे अंदेशा है कि यह रैकेट लंबे समय से सक्रिय था. पुलिस ने इस मामले में एक एफआईआर दर्ज की है और आगे की जांच की जा रही है. हालांकि, दिल्ली पुलिस की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
लड़की को अब एक सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है, जहां उसकी काउंसलिंग और पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है. NGO ने बताया कि वे पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कानूनी सहायता भी देंगे.