पीएच.डी. डॉक्टरेट रिसर्च के क्षेत्र से जुड़ी डिग्री है. साथ ही, इसे किसी भी छात्र के लिए शैक्षणिक योग्यता के सबसे ऊंचे स्तरों में से एक माना जाता है. इसके अलावा, डिग्री को पूरा करने में तीन से चार साल का समय लगता है. इसलिए, अगर आप इस डिग्री में दिलचस्पी रखते हैं और डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो यह पोस्ट खास तौर पर सिर्फ़ आपके लिए है.

इस पोस्ट में आपको वो सभी ज़रूरी जानकारी दी जाएंगी जो डॉक्टोरल प्रोग्राम में एडमिशन लेने से पहले आप जानना चाहते हैं. इसलिए, बिना देरी किए, शुरू करते हैं.
डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) कोर्स के बारे में
डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी, जिसे पीएचडी भी कहा जाता है, एक अकादमिक डिग्री है जिसमें रिसर्च, डेटा ऐनलिसिस और इवैलुएशन ऑफ थ्योरी पर ध्यान दिया जाता है. इसके अलावा, पेशेवर डॉक्टरेट का ध्यान, व्यवहारिक समस्याओं के लिए रिसर्च, जटिल मुद्दों के समाधान और इसी क्षेत्र में प्रोफेशनल तरीकों को डिजाइन करने पर होता है.
आइए समझते हैं डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) क्या है
पीएच.डी. या डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी लैटिन वाक्यांश है, जिसका मतलब होता है 'फिलॉसफी का डॉक्टर'. साथ ही, पीएच.डी. डिग्री छात्रों को स्वतंत्र रूप से चुनिंदा क्षेत्र या विषय में रिसर्च करने का मौका देती है. जिसके बाद पब्लिश करने लायक थीसीस तैयार होती है.
क्या डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) में एडमिशन के लिए मास्टर्स (स्नातकोत्तर) ज़रूरी है?
ज़रूरी नहीं है. अगर हम बात करें आर्ट्स ऐंड ह्यूमैनिटीज़ (कला क्षेत्र) के छात्रों की, तो उन्हें पीएच.डी में रिसर्च का अनुभव और तकनीकी शिक्षा के लिए मास्टर्स ऑफ आर्ट्स (एमए) डिग्री लेनी होगी. वहीं दूसरी तरफ, STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, और गणित) के छात्र को पीएच.डी करने के लिए, हमेशा एमएस/एमएससी (मास्टर ऑफ साइंस) डिग्री की ज़रूरत नहीं होती. ऐसा इसलिए, क्योंकि उन्हें स्नातक के दौरान, लैब का तकनीकी ज्ञान और दूसरे कौशल सिखाए जाते हैं, जो पीएच.डी में उनके लिए मददगार साबित होते हैं.
आपको डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) डिग्री क्यों करनी चाहिए
इसमें कोई शक नहीं है कि पीएच.डी हमारी शिक्षा प्रणाली का एक अहम हिस्सा है. आसान शब्दों में कहा जाए तो, पीएच.डी करने का मतलब है नया ज्ञान पाना, नई चीज़ों के बारे में जानना-समझना, और नए कौशल तैयार करना. इसके अलावा, डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) उनके लिए होती है जिन्हें किसी चुनिंदा क्षेत्र में बेहतर ज्ञान की तलाश होती है.
डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) डिग्री करने की कुछ बड़ी वजहें:
• आप रिसर्च के ज़रिए बड़ा अंतर ला सकते हैं.
• आप चुनिंदा क्षेत्र में एक्सपर्ट बन सकते हैं.
• आप अपने करियर से जुड़े अवसरों को बेहतर बना सकते हैं.
• बेहतर पैकेज/सैलरी पाने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.
• आप अपनी क्षमताओं का बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं.

डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को क्यों चुनना चाहिए?
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी थ्योरी और प्रैक्टिल के संतुलन के साथ डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) डिग्री देती है. बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को फर्स्ट-ग्रेड फैकल्टी मुहैया कराती है, ताकि उन्हें विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम के साथ बेहतरीन शिक्षा दी जा सके. इसलिए, अगर आप डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) डिग्री करना चाहते हैं और किसी बेहतरीन यूनिवर्सिटी की तलाश कर रहे हैं, तो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी चुनकर आप बेहतरीन शिक्षा के साथ, रिसर्च के कौशल में महारत हासिल कर सकते हैं.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पीएच.डी कोर्स
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 21 विशेष क्षेत्रों में पीएच.डी प्रोग्राम ऑफर करती है. पीएच.डी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी सीयू पीएच.डी एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करती है. इसके साथ ही, CSIR NET/UGC NET/ GATE/ GPAT या SLET में अच्छे अंक पाने वाले छात्र सीधे तौर पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पीएच.डी के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पांच साल की अवधि वाले M.E+PhD प्रोग्राम में भी डिग्री देती है.
ध्यान दें: ज़्यादा जानकारी के लिए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
एडमिशन के लिए योग्यता
फुल टाइम पीएच.डी डिग्री कोर्स में एडमिशन पाने के लिए मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से 55% अंकों (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 50%) के साथ स्नातक डिग्री या इसके समकक्ष डिग्री या GATE/CU Test(सीयू-पीएच.डी) क्वालिफाई होना चाहिए.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्रक्रिया
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) में आवेदन करने के लिए आपको इन निर्देशों का पालन करना होगा:
चरण 1
पीएच.डी प्रोग्राम के लिए आवेदन करें
• a) रजिस्टर करें
• b) लॉगिन करें
• c) ऑनलाइन आवेदन करें
• d) ऐप्लिकेशन फॉर्म पूरी तरह से भर लें
• e) ऐप्लिकेशन फॉर्म और बैंक चालान एक साथ डाउनलोड कर लें (A4 सफेद शीट पर पूरी फाइल का प्रिंट लें)
ऑनलाइन मोड
• 1,100/- (एक हज़ार एक सौ रुपए मात्र) की राशि रजिस्ट्रेशन के बाद नेटबैंकिंग/डेबिट/क्रेडिट कार्ड के ज़रिए जमा करें.
ऑफ़लाइन मोड
• 1,100/- (एक हज़ार एक सौ रुपए मात्र) की राशि देशभर में किसी भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में अगले दिन जमा करें. डाउनलोड किए हुए बैंक चालान और भरे हुए ऐप्लिकेशन के साथ बैंक सर्विस चार्ज ले सकता है.
• बैंक एक कॉपी रखकर, आपको दो कॉपी देगा. इन दो कॉपी में से, उम्मीदवार की कॉपी अपने पास रखें और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की कॉपी ऐप्लिकेशन फॉर्म के साथ संलग्न (अटैच) कर दें.
ध्यान दें: फीस जमा करने के बाद बैंक चालान पर मौजूद ट्रांज़ेक्शन आईडी नोट कर लें.
ऐप्लिकेशन में लॉगिन करके, अपने अधूरी रही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को ऑनलाइन ऐप्लिकेशन फॉर्म पर जाकर पूरा करें. इसमें बैंक की तरफ से दी गई ज़रूरी जानकारी डालें.
ध्यान दें: प्रवेश परीक्षा की फीस रिफंड नहीं की जाएगी
चरण 2
• फॉर्म पर अपनी फोटो (3.5 cm X 3.5 cm) चिपकाएं.
• अपने हस्ताक्षर करें.
चरण 3
अपना ऐप्लिकेशन फॉर्म सबमिट करने से पहले, यह पक्का कर लें कि बताए गए दस्तावेज़ों के साथ, यहां बताए गए दस्तावेज़ भी आपने अटैच कर दिए हैं:
• चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चालान की कॉपी
• GATE/NET सर्टिफिकेट (अगर आप पर लागू होता है)
• मार्क शीट, डिग्री सर्टिफिकेट, या प्रोविजनल सर्टिफिकेट की सभी कॉपी लगाएं (अगर आपने वह डिग्री पूरी कर ली है)
• OBC/SC/ST/PD वर्ग के सर्टिफिकेट (अगर आप पर लागू होता है).
• पार्ट-टाइम कोर्स के मामले में एक्सपीरियंस और एनओसी सर्टिफिकेट.
हमें उम्मीद है कि अब आप डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी डिग्री से जुड़ी बारीकियों के बारे में समझ गए हैं. इसलिए, अगर आप डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी) डिग्री में दिलचस्पी रखते हैं, तो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी आपका स्वागत करती है.
अभी दाखिला लें: https://www.cuchd.in/phd-me-admissions/ApplicationRegistration.aspx?Subject=fJAt3RX8ggEX//eDGysKyA==