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फैक्ट चेक: आटे का दाम "लीटर" में बताते हुए सचमुच फिसली थी राहुल गांधी की जुबान, पर तुरंत सुधार ली थी चूक

भाषण के वीडियो में से करीब 10 सेकंड का एक हिस्सा लोग खूब शेयर कर रहे हैं. इसमें राहुल आटे की कीमत में आए उछाल के बारे में बता रहे हैं. लेकिन राहुल भरी सभा में आटे की कीमत प्रति किलो की जगह प्रति लीटर में बताते सुनाई दे रहे हैं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
राहुल गांधी ने अपने भाषण में आटे का भाव "केजी" के बजाए "लीटर" में बताया.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो अधूरा है. भाषण देते समय राहुल गांधी की जुबान फिसल गई और पहले उन्होंने आटे का दाम "लीटर" में बताया लेकिन उसके बाद उन्होंने अपनी गलती सुधार ली थी.

दिल्ली के रामलीला मैदान में चार सितम्बर को कांग्रेस पार्टी ने महंगाई के खिलाफ हल्लाबोल रैली की थी. इस रैली में राहुल गांधी ने महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार की तीखी आलोचना की. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए साल 2014 और 2022 के बीच रोजमर्रा की चीजों के दामों में जबरदस्त उछाल के बारे में बताया. लेकिन अब इस गंभीर मुद्दे पर दिए गए भाषण का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हो रहा है, जिससे लोग उल्टा राहुल गांधी पर ही तंज कस रहे हैं. 

दरअसल भाषण के वीडियो में से करीब 10 सेकंड का एक हिस्सा लोग खूब शेयर कर रहे हैं. इसमें राहुल आटे की कीमत में आए उछाल के बारे में बता रहे हैं. लेकिन राहुल भरी सभा में आटे की कीमत प्रति किलो की जगह प्रति लीटर में बताते सुनाई दे रहे हैं. यूपीए की सरकार के समय से कीमतों की तुलना करते हुए वो कहते हैं, "सरसों का तेल 90 रुपये लीटर, आज 200 रुपये लीटर, दूध 33 रुपये लीटर आज 60 रुपये लीटर, आटा 22 रुपये लीटर, आज 40 रुपये लीटर". 

एक सोशल मीडिया यूजर ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए लिखा, "राहुल गांधी को ये नहीं पता की आटा लीटर में आता है या किलो में तो ये क्या आम आदमी की समस्या को समझेंगे राहुल गांधी जी पहले आम आदमी के साथ कुछ दिन रह के देखो फिर प्रधानमंत्री बनने का सपने देखना"

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इसी तरह के एक ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि भाषण देते वक्त वाकई राहुल गांधी की जुबान फिसल गई थी और उन्होंने आटे का भाव "लीटर" में बताया था. लेकिन ऐसा करते ही उन्होंने तुरंत अपनी गलती सुधार ली थी. लेकिन वायरल वीडियो में से वो हिस्सा काट कर हटा दिया गया है.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने चार सितम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में दिए गए राहुल गांधी के भाषण का वीडियो खोजा. हमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर इस भाषण का पूरा वीडियो मिला.

अपने भाषण में, राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ लोगों को बेरोजगारी से चोट लग रही है, तो दूसरी तरफ जबरदस्त महंगाई से. इसके बाद वे कुछ आंकड़ों के जरिये यूपीए और एनडीए सरकार के शासनकाल में महंगाई की तुलना करने लगे. लेकिन लीटर में बिकने वाली तमाम चीजों की कीमत का जिक्र करते हुए वो आटे की कीमत भी 40 रुपये किलो के बजाय 40 रुपये लीटर बोल गए.  

उन्होंने कहा, "मेरे पास आंकड़े हैं. 2014 में एलपीजी का सिलेंडर 410 रुपये का था, आज 1050 रुपये का है. पेट्रोल 70 रुपये लीटर, आज तकरीबन 100 रुपये लीटर, डीजल 55 रुपये लीटर, आज 90 रुपये लीटर. सरसों का तेल 90 रुपये लीटर, आज 200 रुपये लीटर. दूध 35 रुपये लीटर, आज 60 रुपये लीटर. आटा 22 रुपये लीटर, आज 40 रुपये लीटर. फिर तुरंत, उन्होंने खुद को सही किया और कहा "ओह, केजी." 

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जाहिर है कि राहुल गांधी के भाषण में से वह हिस्सा हटा दिया गया है जहां उन्होंने अपनी गलती सुधारी थी और अब आधा-अधूरा वीडियो क्लिप शेयर कर उन पर निशाना साधा जा रहा है. 

( इनपुट: संजना सक्सेना )

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