
क्या पीरियड्स के दौरान बाल धोने से पीसीओडी और पीसीओएस जैसी बीमारियां हो सकती हैं? सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के जरिये कुछ लोग यही कह रहे हैं. ऐसा कहते हुए वो पीरियड्स के दौरान लड़कियों को बाल न धोने की सख्त हिदायत दे रहे हैं. पीसीओडी यानि पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर और पीसीओएस यानि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम.
वीडियो में एक मां-बेटी के बीच की बातचीत दिखाई गई है. इसमें बेटी अपने बाल धोने जा रही होती है, लेकिन तभी उसकी मां उसे ऐसा करने से रोक देती है. वो कहती है कि चूंकि उसके पीरियड्स चल रहे हैं इसलिए वो तीन दिन तक बाल नहीं धो सकती.
मां की ये बात सुनकर बेटी हैरानी जताते हुए पूछती है कि पीरियड्स के दौरान तो शरीर की साफ-सफाई का और भी ज्यादा ध्यान रखना चाहिए. इसके जवाब में उसकी मां कहती है कि पीरियड्स शुरू होने से 72 घंटे तक हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में गर्मी होना जरूरी होता है. हमारा शरीर जितना गर्म होगा, उतनी ही अच्छी तरह हमारे शरीर से पीरियड्स का ब्लड निकलेगा.
लेकिन अगर हम सिर पर पानी डाल लेंगे तो हमारा शरीर ठंडा हो जाएगा. ऐसे में हमारे शरीर से पीरियड्स का ब्लड ठीक से नहीं निकल पाएगा. इसके बाद मां कहती है कि आजकल बहुत सारी लड़कियां पीरियड्स के दौरान सिर धोती हैं जिसके चलते उन्हें पीसीओएस और पीसीओडी जैसी बीमारियों का शिकार होना पड़ता है. इस वीडियो में एक ही लड़की मां और बेटी- दोनों की भूमिका में नजर आ रही हैं.

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. जहां कुछ लोग वीडियो में कही जा रही बात को लेकर सहमति जता रहे हैं, वहीं कुछ इसे गलत बता रहे हैं. हमने दो स्त्रीरोग विशेषज्ञों से बात की जिन्होंने बताया कि पीरियड्स के दौरान बाल धोना एकदम सुरक्षित है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
यूनिसेफ की वेबसाइट पर पीरियड्स के दौरान बाल धोने को एक भ्रांति बताया गया है. बल्कि, वायरल दावे के ठीक उलट, यहां लिखा है कि इस दौरान शरीर और बालों को अच्छी तरह साफ करना जरूरी है. साथ ही, यहां ये भी लिखा है कि ठंडे पानी का हमारी सेहत या मेंस्ट्रुअल सायकल (माहवारी चक्र) पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता.
इस पर डॉक्टरों का क्या कहना है?
सेक्सुअल हेल्थ पर वीडियो बनाने वाली चर्चित डॉक्टर और इन्फ्लुएंसर डॉ. तान्या नरेंद्रन ने भी पीरियड्स के दौरान बाल न धोने की धारणा को सिर्फ एक भ्रांति (myth) बताया है. उनके अनुसार, बाल धोने से पीरियड्स पर कोई असर नहीं पड़ता.
एक अन्य वीडियो में वो कहती हैं, "कई लोगों का मानना है कि पीरियड्स के दौरान नहाने से पानी का ठंडा प्रभाव, गर्भाशय तक पहुंच जाता है जिससे भविष्य में बांझपन हो सकता है, लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है."
हमने ये वीडियो गाजियाबाद के यशोदा सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल की डॉ. रितु मित्तल आर्या को भेजा. उन्होंने हमें बताया कि वीडियो में कही जा रही बातों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. डॉ. आर्या ने कहा, "वीडियो में दिख रही लड़की कहती है कि पीरियड्स के दौरान हमारा शरीर जितना गर्म रहेगा, उतनी ही अच्छी तरह हमारे शरीर से ब्लड निकलेगा. लेकिन ये बात पूरी तरह गलत है. शरीर के गर्म या ठंडा होने से पीरियड्स पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता."
हमने ये वीडियो अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद की स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेता मेंदीरत्ता को भी भेजा. उन्होंने भी इसमें कही जा रही बातों को कोरी बकवास बताया. उनका कहना था कि "पीरियड्स के दौरान बाल धोने से पीसीओडी और पीसीओएस होने की बात बिल्कुल बेबुनियाद है. ये दोनों समस्याएं हॉर्मोनल असंतुलन से होती हैं. बाल धोने या न धोने से इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता."