
सोशल मीडिया पर इस वक्त मुसलमानों के पवित्र धार्मिक स्थल, मक्का का एक वीडियो काफी वायरल है. वीडियो में एक शख्स मक्का के मस्जिद-अल-हरम के बीचो-बीच स्थित काबा पर पानी जैसा कोई तरल पदार्थ फेंकता दिख रहा है. ऐसा करते ही आसपास मौजूद भारी भीड़ में से कुछ लोग उसे रोकने लगते हैं. लोगों की मानें तो ये शख्स काबा पर गंगाजल चढ़ा रहा था.
ऐसे ही एक वीडियो के अंदर मौजूद टेक्स्ट में लिखा है, “मक्का मदीना में गंगा जल चढ़ गया. हर हर महादेव.” इसका आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वीडियो में दिख रहा शख्स गंगाजल चढ़ाने का नहीं, बल्कि आत्मदाह करने का प्रयास कर रहा था.
कैसे पता चली सच्चाई?
कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस घटना का एक अलग एंगल से बना वीडियो मिला. फरवरी 2017 के इस वीडियो के साथ जानकारी दी गई है कि वीडियो में ये शख्स काबा के सामने आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था.
थोड़ा और खोजने पर हमें इस घटना के बारे में साल 2017 में छपी न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. गल्फ न्यूज की एक खबर के मुताबिक, ये शख्स काबा के सामने आत्मदाह करने की कोशिश कर रहा था और उसकी बोतल में जो तरल पदार्थ था, वो ‘गैसोलीन’ यानि पेट्रोल था.
इस घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया गया है कि 6 फरवरी 2017 की सुबह जब वो काबा की परिक्रमा कर रहा था, तब अचानक ये व्यक्ति कुछ बड़बड़ाते हुए अपनी बोतल से काबा पर पेट्रोल फेंकने लगा. ये देखकर उसने तुरंत ही आसपास के लोगों के साथ इस शख्स को पकड़कर रोकने की कोशिश की.
खबरों के मुताबिक ये शख्स दिमागी तौर पर परेशान था. उसकी उम्र करीब 40 वर्ष थी और वो सऊदी अरब का रहने वाला था. जब ये घटना हुई तो शुरुआत में लोगों को लगा कि वो काबा को आग लगाना चाहता है. हालांकि, बाद में पता चला कि वो काबा के सामने आत्महत्या करना चाहता था. लेकिन, ऐसा हो पाता उससे पहले ही सुरक्षा बलों ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इस घटना को लेकर उस वक्त तमाम खबरें छपीं थीं.
साफ है, काबा पर गंगाजल चढ़ाने की बात बेबुनियाद है. वायरल वीडियो वाला शख्स काबा के सामने आत्महत्या करने का प्रयास कर रहा था.