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फैक्ट चेक: नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर ऐसे बयान के लिए हमला जो उन्होंने दिया ही नहीं

सपा नेता माविया अली का दो साल पुराना वीडियो कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के नाम पर वायरल, कई नेताओं ने भी शेयर किया.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, “हम मुसलमान पहले हैं, हिंदुस्तानी बाद में”
फेसबुक और ट्विटर यूजर
सच्चाई
वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स नसीमुद्दीन सिद्दीकी नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी नेता माविया अली हैं.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है जिसमें एक व्यक्ति को यह कहते सुना जा सकता है कि “मैं पहले मुसलमान हूं और हिंदुस्तानी बाद में”.

सोशल मीडिया पर कई नेताओं जैसे बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा और बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने यह वीडियो ट्विटर पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि वीडियो में दिख रहा शख्स कांग्रेस के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी हैं.

वीडियो में दिख रहे शख्स को हिंदी में यह कहते हुए सुना जा सकता है, “सबसे पहले हम मुसलमान हैं, दूसरे नंबर पर हम हिंदुस्तानी हैं. किसी कानून से इस्लाम का टकराव होता है तो हम इस्लाम के साथ हैं. हम उस संविधान, उस कानून को मानने को तैयार नहीं हैं. हम इस देश के वफ़ादार नहीं हैं, हम इस देश के मालिक हैं. वफादार कुत्ते होते हैं, हम कुत्ते नहीं हैं, हम इस देश के मालिक हैं.”

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वीडियो के ऊपर एक सूचना आती है जो कहती है “सत्य सनातन को सब्सक्राइब करें”. वीडियो के ऊपरी कोने में यूट्यूब चैनल “Satya Sanatan” का लोगो भी दिखता है. वीडियो के अंत में एक ग्राफिक प्लेट आती है जिसमें लिखा है “जिन हिन्दुओं को हिन्दु मुस्लिम भाई-भाई लगता है वो ये वीडियो बार बार देखें व दिखाएं।”.

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मा​ल​वीय ने लेखक तारिक फतेह के ​ट्वीट को री​ट्वीट किया है.

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इस ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही यह पोस्ट भ्रामक है. वीडियो में दिख रहा शख्स कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी नहीं हैं, बल्कि वे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता माविया अली हैं और यह वीडियो दो साल पुराना है.

बीजेपी नेता संबित पात्रा ने यह वीडियो ट्वीट करते हुए दावा किया कि ये कांग्रेस के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी हैं और उन्होंने अपने ट्वीट में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को टैग करते हुए लिखा, “कहां हैं दोनों भाई बहन”.

बाद में उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने दूसरे ट्वीट में स्पष्टीकरण देते हुए लिखा कि वीडियो में दिख रहा शख्स समाजवादी पार्टी के नेता माविया अली हैं.

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यह पोस्ट ट्विटर और फेसबुक दोनों जगह वायरल है.

कई फेसबुक यूजर्स जैसे “Major Surendra Poonia,VSM ” और “Hindus of India” ने भी यह वायरल वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया है कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी हैं.

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कीवर्ड्स सर्च की मदद से हमने पाया कि समाजवादी पार्टी के नेता ​मालिया अली ने अगस्त, 2017 में यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि “सबसे पहले हम मुसलमान हैं, बाद में हम हिंदुस्तानी हैं”.

उस समय उनके इस बयान को लेकर मुख्यधारा की मीडिया जैसे “News 18 ”, “Jagran ” और India Today में खबर भी छपी थी.

कई लोगों ने 2017 में ही यूट्यूब पर इस बयान का लंबा वर्जन भी अपलोड किया था.

कौन हैं माविया अली?

माविया अली देवबंद विधानसभा से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में वे समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे और बीजेपी के उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे.

नेताओं के बारे में सूचना देने वाली वेबसाइट “MyNeta.Info ” के मुताबिक, माविया अली के खिलाफ कई ​आपराधिक मुकदमें भी चल रहे हैं. कुछ मुकदमों में उनका अपराध सिद्ध भी हो चुका है.

सोशल मीडिया पर माविया अली की तमाम फोटो उपलब्ध हैं. न तो उनका चेहरा नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मिलता है, न ही उनकी आवाज. कांग्रेस ज्वाइन करने के पहले नसीमुद्दीन सिद्दीकी लंबे समय तक बसपा में थे.  

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बसपा सरकार में मंत्री रह चुके और वर्तमान कांग्रेस नेता ​नसीमुद्दीन सिद्दीकी से हमने इस वायरल वीडियो के बारे में बात की. सिद्दीकी ने वायरल पोस्ट के दावे को खारिज करते हुए इसे विद्वेषपूर्ण बताया. उन्होंने यूपी पुलिस को पत्र लिखकर उन लोगों के खिलाफ एफआईआर लिखने की अपील भी की है जो इस तरह की गलत सूचना फैला रहे हैं.

कांग्रेस विधान परिषद के सदस्य सिद्दीकी ने यूपी पुलिस से की अपनी शिकायत में तारिक फतेह और संबित पात्रा का नाम भी लिखा है. इस पत्र को यहां देखा जा सकता है.

Satya Sanatan जिसका लोगो वायरल वीडियो में दिख रहा है, एक यूट्यूब चैनल है, जिस पर कई इस्लाम-विरोधी पोस्ट देखी जा सकती हैं.

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