
चीन में अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिम समुदाय के लोगों पर कथित हिंसा और अत्याचार से जुड़ी खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं. और अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसके जरिये दावा किया जा रहा है कि चीन में एक सिपाही ने घर में कुरान रखने पर उइगर मुस्लिम समुदाय के एक शख्स की पिटाई कर दी. इसमें सैन्य वर्दी पहने हुए एक व्यक्ति को, जमीन पर बैठे एक शख्स को पीटते देखा जा सकता है.
एक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “चीन मे इस Uyghur मुस्लिम के घर कुरान मिली तो चीनी सिपाही ने पूरी कुरान पढ़वा दी. करो विरोध चीन का निकालो रैली चीन के खिलाफ क्या हुआ? इनहें डर सिर्फ हिंदुस्तान मे लगा है Constitution की बात सिर्फ हिंदुस्तान मे करते है. चीन मे लव जिहादी, लैंड जिहादी, धर्मांतरण जेसी घटना नही होती. सोचा है क्यों.... क्यों की वहा की जनता एक है और एक हो तो मुल्लो की हिम्मत नही होती कुछ करने की.”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो साल 2017 की एक घटना से संबंधित है, जिसमें एक इंडोनेशियाई रेलवे पुलिस अधिकारी ने बार-बार चोरी करने वाले एक शख्स की पिटाई कर दी थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें मई 2017 में छपी एक न्यूज रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया है कि ये घटना 13 मई, 2017 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के डेपोक बारू रेलवे स्टेशन पर हुई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, वायरल वीडियो में जिस व्यक्ति की पिटाई हो रही है, वो एक संदिग्ध जेबकतरा है. आरोप है कि इस शख्स ने ट्रेन में चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया था. उसके बार-बार चोरी के आरोप में पकड़े जाने की वजह से एक गुस्साए रेलवे पुलिस अधिकारी ने इस शख्स की जमकर पिटाई कर दी. इस वीडियो के वायरल होने के बाद, उस अधिकारी को बर्खास्त कर दिया गया.
हमें इस घटना से संबंधित और भी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें इसे 2017 में इंडोनेशिया में हुई घटना बताया गया है.
साफ है, इंडोनेशिया की एक पुरानी घटना को चीन में उइगर मुस्लिम पर अत्याचार बताकर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है.