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फैक्ट चेक: केरल में पक्षी ने नहीं फहराया तिरंगा, ये कैमरा एंगल का कमाल है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक चिड़िया तिरंगा फहराते हुए नजर आ रही है. वीडियो शेयर करने वालों का दावा है कि केरल में ध्वजारोहण के दौरान जब झंडे की गांठ नहीं खुली तो एक चिड़िया आई और उसने गांठ खोली. जिसके बाद झंडा हवा में फहरने लगा.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में दिखता है कि ध्वजारोहण के समय जब झंडे की गांठ अटक गई, तो एक पक्षी ने आकर उसे खोला और झंडा फहराने में मदद की.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
केरल की इस घटना के एक और वीडियो से पता चलता है कि पक्षी आकर झंडे के पीछे लगे पेड़ पर बैठा है. पक्षी का झंडा फहराने से कोई लेना-देना नहीं है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक चिड़िया तिरंगा फहराते हुए नजर आ रही है. वीडियो शेयर करने वालों का दावा है कि केरल में ध्वजारोहण के दौरान जब झंडे की गांठ नहीं खुली तो एक चिड़िया आई और उसने गांठ खोली. जिसके बाद झंडा हवा में फहरने लगा.

इस घटना को लोग अब कुदरत का करिश्मा मानकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.

वीडियो को शेयर कर एक फेसबुक युजर ने लिखा, “केरल : ध्वजारोहण के समय ध्वज की गांठ अटक गई तभी कहीं से एक पक्षी आता है और गांठ को खोल देता है और तिरंगे को फ़हरा देता है. अद्भुत.” ऐसे ही एक वायरल पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है.

fact check

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये कैमरा एंगल का कमाल है. असल में ये चिड़िया झंडे के पीछे लगे एक पेड़ पर बैठी थी, उसने झंडे को छुआ तक नहीं था.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

कीवर्ड सर्च के जरिये खोजने पर हमें ये वीडियो 17 अगस्त के एक फेसबुक पोस्ट मिला. यहां इस घटना को केरल के मलप्पुरम जिले के ममपाड के एक आंगनवाड़ी सेंटर का बताया गया है.

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इस जानकारी के आधार पर हमने ममपाड पंचायत के वार्ड नंबर 7 के सदस्य शिहाब से संपर्क किया, जिन्होंने यहां 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराया था. उन्होंने हमें उसी घटना का एक और वीडियो भेजा, जो दूसरे एंगल से रिकॉर्ड किया गया था. इस वीडियो को देखने से पूरी कहानी स्पष्ट हो गई.

 शिहाब ने बताया कि यह ध्वजारोहण कट्टुमुंडा के मरामंगलम गांव के एक आंगनवाड़ी केंद्र में हुआ था. कट्टुमुंडा केरल के मलप्पुरम जिले की ममपाड पंचायत में एक वार्ड है. उन्होंने कहा, ''वायरल वीडियो जिस जगह से रिकॉर्ड किया गया वहां से ऐसा लग रहा था कि पक्षी झंडे के पास आकर बैठा है. लेकिन, वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि वह झंडे से दूर नारियल के पेड़ पर बैठा था.” हमें इस घटना से जुड़ी एशियानेट न्यूज़ की वीडियो रिपोर्ट भी मिली जिसमें दूसरे एंगल से लिया वीडियो दिखाया गया है.

साफ है, ध्वजारोहण समारोह में ध्वज की गांठ अटकने पर एक पक्षी आकर उसे खोल देता वाली बात भ्रामक है. ऐसा कैमरा एंगल की वजह से हमें लग रहा है.

साफ है, पक्षी द्वारा झंडा फहराने में मदद करने की बात कोई करिश्मा नहीं, बल्कि कैमरा एंगल का कमाल है.

(रिपोर्ट - आशीष कुमार)

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