सोशल मीडिया पर लोकसभा में भाषण देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसके साथ ये कहा जा रहा है कि उन्होंने अचानक देश के हर नागरिक को 10 लाख रुपए देने का ऐलान कर दिया है. और कुछ लोग उसे सच भी मान रहे हैं.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो 7 फरवरी, 2017 को लोकसभा में दिए गए पीएम मोदी के भाषण का एक हिस्सा है. इस भाषण में उन्होंने देश के हर नागरिक को 10 लाख रुपये देने जैसी कोई बात नहीं कही थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो में लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर सुमित्रा महाजन बैठी हैं जबकि पीएम मोदी के पीछे बीजेपी नेता अनंत कुमार बैठे हैं. सुमित्रा महाजन मौजूदा लोकसभा की नहीं बल्कि इससे पिछली लोकसभा (2014-19) की अध्यक्ष थीं. वही अनंत कुमार की मृत्यु नवंबर, 2018 में हो गई थी. लिहाजा, ये वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं हो सकता.
हमने तकरीबन डेढ़ घंटे का ये पूरा वीडियो देखा. पीएम मोदी ने इसमे कहीं भी हर नागरिक को 10 लाख रुपए देने की घोषणा नहीं की है.
कीवर्ड सर्च के जरिए हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मोदी के इस भाषण की जानकारी मिली. इनके मुताबिक मोदी ने ये भाषण 7 फरवरी, 2017 को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान दिया था.
खोजने पर हमें बीजेपी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर ये पूरा भाषण मिल गया. इसे फरवरी, 2017 में अपलोड किया गया था. वायरल वीडियो इसी भाषण का हिस्सा है. इस भाषण में मोदी ने विदेश से काला धन लाने के अपनी सरकार के प्रयासों की बात तो की थी लेकिन हर नागरिक को 10 लाख रुपए देने का कोई जिक्र नहीं किया था.
हमें संसद की लाइब्रेरी की वेबसाइट पर पीएम मोदी के इस भाषण की पूरी कॉपी मिली. इसमें कहीं भी देश के हर नागरिक को 10 लाख रुपये देने का जिक्र नहीं है.
साल 2013 में छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान उस वक्त बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'अरे एक बार, ये जो चोर-लुटेरों के पैसे विदेशी बैंकों मे जमा हैं ना, उतने भी हम रुपये ले आए ना तो भी हिंदुस्तान के एक-एक गरीब आदमी को मुफ्त में 15-20 लाख रुपये यूं ही मिल जाएगा.'
हालांकि बाद में बीजेपी नेता और गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में इसे चुनावी जुमला करार दे दिया था.