
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार कहा था कि एमपी की सड़कें अमेरिका से बेहतर हैं. लेकिन अब सोशल मीडिया पर एक ऐसी सड़क की तस्वीर वायरल हो रही है जिसकी तुलना सीधे चांद से की गई है. हालांकि, इसका कारण सड़क का दुरुस्त होना नहीं बल्कि दुर्दशा है. तस्वीर के साथ कटाक्ष करते हुए कहा जा रहा है कि जिस तरह तस्वीरों में चांद पर गड्ढे दिखते हैं, उसी तरह सड़क पर भी बड़े-बड़े गड्ढे नजर आ रहे हैं. जनता को गड्ढों से बचकर निकलते हुए देखा जा सकता है.

सोशल मीडिया यूजर्स इस फोटो को वाराणसी का बताते हुए लिख रहे हैं, "नासा ने बताया कि चांद पर लोग आते-जाते दिख रहे हैं, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने इसका खंडन किया और बताया कि ये वाराणसी की एक सड़क है."
फेसबुक और ट्विटर पर यह तस्वीर हजारों लोग शेयर कर चुके हैं. सिर्फ वाराणसी ही नहीं, यूजर्स तस्वीर के साथ कई अलग-अलग दावे कर रहे हैं. कोई तस्वीर को दिल्ली का बता रहा है तो कोई हरियाणा के शहरों का. दिल्ली और उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के वेरीफाइड फेसबुक अकाउंट्स से भी तस्वीर को पोस्ट करते हुए वाराणसी का बताया गया है और इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा गया है.
कहां की है ये तस्वीर?
सड़क की यह तस्वीर ना ही वाराणसी की है और ना ही दिल्ली या हरियाणा की. तस्वीर मुंबई की है और 4 साल से ज्यादा पुरानी है.
तस्वीर को रिवर्स सर्च की मदद से खोजने पर हमें 'आउटलुक' की एक रिपोर्ट मिली. अगस्त 2017 में प्रकाशित हुई इस रिपोर्ट में बताया गया था कि यह फोटो मुंबई के सायन इलाके की है. उस समय भी तस्वीर को बेंगलुरु का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया गया था.
तस्वीर को एसएल शांथ कुमार नाम के एक फोटोग्राफर ने "द टाइम्स ऑफ इंडिया" के लिए खींचा था. 23 जुलाई 2017 को "द टाइम्स ऑफ इंडिया" के मुंबई संस्करण में भी यह तस्वीर छपी थी. शांथ कुमार ने तस्वीर को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी शेयर किया था. उन्होंने लिखा था कि यह जर्जर सड़क सायन के प्रतिक्षा नगर की है और बीएमसी की बेपरवाही दिखाती है.
इससे पहले भी यह तस्वीर भ्रामक दावों के साथ शेयर हो चुकी है. 2018 में भी "आजतक" ने इस पर एक खबर की थी. यहां इस बात की पुष्टि हो जाती है कि गड्ढों से भरी सड़क की जिस तस्वीर को वाराणसी, दिल्ली, हरियाणा का बताया जा रहा है वो मुंबई की है. साथ ही, तस्वीर अभी कि नहीं 2017 की है.
हालांकि, भारत में सड़कों की हालत किसी से छिपी नहीं है. वाराणसी हो या दिल्ली, गड्ढों से भरी जर्जर सड़कें कहीं भी देखने को मिल सकती हैं. इंटरनेट पर इससे जुड़ी सैकड़ों खबरें मौजूद हैं.