लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुए खूनी संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे लेकर सरकार के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं. इसी बीच, सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें एक साथ वायरल हो रही हैं जिनमें राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा, उनके बहनोई रॉबर्ट वाड्रा और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा कुछ चीनी अधिकारियों के साथ दिखाई दे हैं. इन तस्वीरों को भारत और चीन के बीच डोकलाम संकट से जोड़ा जा रहा है.
दावा किया जा रहा है कि 2017 में जब भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच डोकलाम में संघर्ष चल रहा था, उस समय राहुल गांधी और उनके करीबी चीनी राजदूतों के साथ गुप्त बैठकें कर रहे थे.
कई फेसबुक यूजर्स जैसे “Vikram Saxena ” और “Mera Desh Meri Jaan ” आदि ने ये दोनों तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा है, “जिस समय डोकलाम विवाद चल रहा था उस समय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चाइनीस अम्बेस्डर के साथ गुफ्त मीटिंग कर रहे थे, ये सिर्फ आपके नॉलेज के लिए बता रहा हु ताकि आप समझ सके.”
फेसबुक पेज “Hindutva.info ” ने भी यही पोस्ट डाली थी, लेकिन बाद में डिलीट कर दी.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रही पोस्ट भ्रामक है. जून से लेकर अगस्त, 2017 में डोकलाम संकट के दौरान राहुल गांधी ने वाकई ट्वीट किया था कि उन्होंने चीनी राजदूत से मुलाकात की, लेकिन वायरल हो रही पोस्ट में इस्तेमाल तस्वीरें उस मुलाकात से संबंधित नहीं हैं. वायरल तस्वीरों में से एक डोकलाम संकट के कई महीने बाद यानी 2018 की है, जबकि दूसरी तस्वीर डोकलाम संकट के पहले यानी अप्रैल 2017 की है.
पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है. इस पोस्ट को फेसबुक पर तमाम लोगों ने शेयर किया है.

रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें इन दोनों तस्वीरों के बारे विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई.
पहली तस्वीर

यह तस्वीर 5 जनवरी, 2018 को राहुल गांधी ने ट्वीट की थी. इसके साथ उन्होंने लिखा था, “विचारों के सार्थक आदान-प्रदान के लिए सीपीसी (Communist Party of China) सेंट्रल कमेटी के सदस्य, मेंग जियांगफेंग के नेतृत्व में सीपीसी प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात की.”
कई न्यूज वेबसाइट्स ने इस मुलाकात के बारे में खबरें प्रकाशित की थीं.
दूसरी तस्वीर

यह तस्वीर चीनी दूतावास की वेबसाइट पर 21 अप्रैल, 2017 से मौजूद है. यह तस्वीर एक दिन पहले ताज पैलेस होटल में “Chinese Diaoyutai Food Festival” के दौरान ली गई थी.
राहुल गांधी का डोकलाम विवाद
शुरुआत में कई कांग्रेस नेताओं के खंडन के बाद, राहुल गांधी ने खुद 10 जुलाई, 2017 को ट्वीट करके यह जानकारी दी थी कि वे चीनी राजदूत से मिले थे.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूक रहना मेरा काम है. मैंने चीनी राजदूत, पूर्व एएसए, पूर्वोत्तर के कांग्रेस नेताओं और भूटानी राजदूत से मुलाकात की”. इस घटना की वजह से उस समय सियासी सरगर्मी बढ़ गई थी और कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने इस पर खबरें भी प्रकाशित की थीं.
लेकिन वायरल हो रही दोनों तस्वीरों में से कोई भी तस्वीर डोकलाम में भारत और चीन के बीच सैनिक गतिरोध से संबंधित नहीं है.