सोशल मीडिया पर ‘पकड़ौआ विवाह’ यानि जबरदस्ती शादी कराने के लिए एक शिक्षक के कथित अपहरण का एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है. कुछ लोग इसे बिहार की घटना बताकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. वायरल वीडियो किसी स्कूल का लगता है जहां ड्रेस में कई बच्चे मौजूद हैं. इस दौरान हाथों में बंदूक लिए हुए कुछ लोग एक आदमी को जबरन अपने साथ ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ लोग इन्हें रोकने की कोशिश भी करते हैं लेकिन ये हथियारबंद आदमी उन्हें धमका देते हैं.
वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “सुशासन बाबू के बिहार में बेगूसराय के एक सरकारी स्कूल टीचर को बंदूक की नोक पर पकड़वा कर शादी करवाने के लिए ले जाया जा रहा. बिहार में शादीयो की बहार है नीतीश कुमार है.” इस पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
माना जाता है कि बिहार में 1980 के दशक से पकड़ौआ विवाह का चलन शुरू हुआ था. इस तरह की शादी जबरन डरा-धमकाकर कराई जाती है. ज्यादातर पढ़े-लिखे और अच्छी नौकरी वाले लड़के इसके शिकार होते हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो ‘पकड़ौआ विवाह’ पर बन रही एक फिल्म की शूटिंग का है, न कि कोई असल घटना का.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये ‘Rajanrddfilms’ नाम के एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला. यहां इसे 22 मार्च, 2025 को अपलोड किया गया था. वीडियो के साथ दी गई जानकारी में इसे ‘पकड़ौआ बियाह’ नाम की एक फिल्म की शूटिंग का बताया गया है.
इस वीडियो में कुछ लोग हाथ में कैमरा पकड़े भी दिख रहे हैं. इसके अलावा वीडियो में स्कूल का नाम भी पढ़ा जा सकता है जो बेगूसराय के दुलारपुर गांव में स्थित है.
इतनी जानकारी के साथ सर्च करने पर हमें ‘न्यूज 18 बिहार’ की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. उस समय भी ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस घटना पर सफाई देते हुए स्कूल के प्रिंसिपल नवीन कुमार का कहना था कि फिल्म की ये शूटिंग रविवार के दिन हुई थी जब स्कूल बंद था और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इसके लिए कोई इजाजत ली गई है या नहीं.
इस वीडियो के सामने आने के बाद स्कूल प्रशासन पर कई सवाल उठे थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए थे और जांच के बाद कार्रवाई करने की बात भी कही थी.
गौरतलब है कि बिहार में 1990 के दशक में ‘पकड़ौआ विवाह’ के मामलों में खूब बढ़ोतरी हुई थी. हालांकि बीते कुछ सालों में भी इस तरह की शादियों के कई मामले सामने आ चुके हैं. पिछले कुछ सालों में कहीं BPSC शिक्षक, तो कहीं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र इसका शिकार हुए हैं. (रिपोर्ट: अभिषेक पाठक)