
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष को लेकर सोशल मीडिया दो धड़ों में बंट चुका है. कुछ लोग फिलिस्तीन पर हुए हमलों की निंदा कर रहे हैं, वहीं कुछ इजरायल का समर्थन कर रहे हैं. इसी के चलते सोशल मीडिया पर #BoycottIsraelProducts, #BoycottIsrael, #ISupportHamas जैसे हैशटैग्स भी ट्रेंड में आए.
अब इसी को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू फेसबुक चीफ मार्क जुकरबर्ग के साथ बैठे दिख रहे हैं. तस्वीर के साथ तंज करते हुए फेसबुक यूजर्स सवाल कर रहे हैं कि फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के समर्थक या इजरायल का विरोध करने वाले लोग फेसबुक कब छोड़ने वाले हैं.

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है. असली तस्वीर में नेतन्याहू के साथ इजरायली डिफेन्स फोर्स के चीफ अवीव कोचवि हैं, ना कि मार्क जुकरबर्ग. इस फर्जी तस्वीर को शेयर करते हुए फेसबुक पर लोग लिख रहे हैं "आतंकी संगठन हमास समर्थक ईमान वाले बायकॉटियों इजरायल के विरोध में फेसबुक कब छोड़ रहे हो". वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
कैसे पता की सच्चाई?
तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें "द टाइम्स ऑफ इजरायल" की एक खबर मिली जिसमें मूल तस्वीर मौजूद थी. मूल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके इसमें इजरायली सेना मुखिया के चेहरे को मार्क जुकरबर्ग के चेहरे से बदल दिया गया है. फर्जी तरीके से पीछे दीवार पर 'facebook' और वर्दी पर "Mark Zu" भी लिख दिया गया है.

असली तस्वीर 12 नवंबर 2019 को इजरायली डिफेन्स फोर्स के तेल अवीव स्थित मुख्यालय में ली गई थी जब वहां अवीव कोचवि और बेंजामिन नेतन्याहू ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया था. प्रेस वार्ता की अन्य तस्वीरें गेट्टी इमेजेस की वेबसाइट पर भी देखी जा सकती हैं. हालांकि, नेतन्याहू और जुकरबर्ग की 2009 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान एक तस्वीर जरूर ली गई थी. लेकिन वायरल तस्वीर फर्जी है. इसे एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है.
(सौरभ भटनागर के इनपुट के साथ)