पिछले काफी समय से भीषण गर्मी से जूझ रहे उत्तर भारत के लोगों ने अब जाकर कुछ राहत की सांस ली है क्योंकि कई जगहों पर आंधी के साथ बारिश देखने को मिली है.
गर्मी की तल्खी कम होने की इन खबरों के बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग कह रहे हैं कि गुरुग्राम में इतनी तेज आंधी आई कि किसी घर की छत पर रखा हुआ सोफा ही उड़ गया.
ऐसा कहने वाले लोग सबूत के तौर पर एक वीडियो भी पोस्ट कर रहे हैं. इसमें तेज आंधी के बीच एक बहुमंजिला इमारत के पास कोई सोफे के आकार की चीज उड़ कर आती हुई दिखाई देती है. वीडियो पर लिखा है- "सोफे भी उड़ते हैं.”
इसके वॉइसओवर में एक शख्स कहता है, "भाई, तूफान बहुत देखे लेकिन ऐसा तूफान नहीं देखा. गुड़गांव में *** सोफा रखा हुआ था छत पे. ये देखो सोफा उड़ता हुआ आ रहा है."
वीडियो में अपशब्दों का भी इस्तेमाल है, इसलिए हमने उन हिस्सों को म्यूट कर दिया है.
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "चिड़िया उड़, तोता उड़ और सोफा उड़."
ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां ( image 2 यहां लगाएं ) देखा जा सकता है.

हमने देखा कि जहां कुछ लोग इस वीडियो को मजाक के तौर पर शेयर कर रहे हैं, वहीं कुछ इसे सचमुच गुरुग्राम का मान रहे हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना तुर्की की राजधानी अंकारा में एक भीषण तूफान आने की वजह से हुई थी. वीडियो में एडिटिंग के जरिये अलग से हिंदी ऑडियो जोड़ा गया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के बारे में कीवर्ड सर्च करने पर हमें इससे संबंधित "रॉयटर्स" की 18 मई, 2023 की वीडियो रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया है कि ये घटना 17 मई, 2023 को तुर्की की राजधानी अंकारा में हुई थी. दरअसल, उस दिन अंकारा के cankaya जिले में तेज बारिश और तूफान के बाद एक 35 मंजिला इमारत की बालकनी में रखा सोफा उड़ गया था.
यहां मौजूद वीडियो में ऑडियो एकदम अलग है और ये किसी विदेशी भाषा में है. जाहिर है, इस वीडियो को एडिट करके इसमें हिंदी भाषा वाला ऑडियो लगा दिया गया है.
तुर्की के मीडिया में भी इस सोफे की हुई थी खूब चर्चा
तुर्की के पत्रकार ibrahim Haskoloğlu ने 17 मई, 2023 को ये वीडियो एक्स पर पोस्ट करके इसे अंकारा का बताया था.
इसके अलावा, मई, 2023 में तुर्की भाषा की और भी कई न्यूज वेबसाइट्स ने इस वीडियो के बारे में खबरें छापी थीं.
न्यूज वेबसाइट मेट्रो के मुताबिक ये वीडियो अंकारा के नागरिक Onur Kalmaz ने बनाया था. रिपोर्ट में Onur के हवाले से लिखा है कि इस घटना में कोई भी व्यक्ति चोटिल नहीं हुआ था और ये सोफा, कुछ इमारतों से टकराकर एक बगीचे में गिर गया था.
मेट्रो की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस दिन ये घटना हुई, उस दिन अंकारा में 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चली थीं जिससे वहां काफी नुकसान हुआ था. कई घरों की छतें उड़ गई थीं, पेड़ उखड़ गए थे, और एक व्यक्ति घायल भी हो गया था.
साफ है, तुर्की में सोफा उड़ने की एक पुरानी घटना को भारत के गुरुग्राम का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.