scorecardresearch
 

मैं भारतीय टेलीविजन का स्तर बढ़ाना चाहता हूं: अनिल कपूर

फिल्म निर्माण में सफल पारी खेलने के बाद अभिनेता अनिल कपूर अब टीवी कार्यक्रम बनाने जा रहे हैं. अभिनेता ने कहा कि वह भारतीय टेलीविजन का स्तर बढ़ाना चाहते हैं.

Advertisement
X

फिल्म निर्माण में सफल पारी खेलने के बाद अभिनेता अनिल कपूर अब टीवी कार्यक्रम बनाने जा रहे हैं. अभिनेता ने कहा कि वह भारतीय टेलीविजन का स्तर बढ़ाना चाहते हैं.

अनिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसा पहले किसी ने नहीं किया है मैं भारतीय टेलीविजन का स्तर बढ़ाना चाहता हूं. मेरा प्रोडक्शन हाउस कुछ ऐसी योजना बनाने का प्रयास कर रहा है जैसा छोटे पर्दे पर पहले कभी नहीं किया गया है. मैं वैसे काम नहीं करता जैसे दूसरे लोग करते हैं.’

अनिल का अमेरिकी टेलीविजन धारावाहिक ‘24’ भारत में 23 अगस्त से एएक्सएन पर प्रसारित होगा. उन्होंने कहा कि अमेरिकी टेलीविजन उद्योग की हमारे टीवी उद्योग से तुलना करना ठीक नहीं है.

अनिल ने कहा, ‘अमेरिका हमसे आगे है हमारा टीवी उद्योग भी अच्छा काम कर रहा है फिर भी हम पीछे हैं और हमें अभी काफी कुछ करना है.’

Advertisement

एक्शन धारावाहिक में पश्चिम एशिया के एक देश के राष्ट्रपति ओमन हसन की भूमिका निभाने वाले अनिल कहते हैं कि वह भारत में टेलीविजन में काम करने के खिलाफ नहीं हैं बशर्ते अभिनेता के तौर पर उन्हें मनपसंद भूमिका मिले.

{mospagebreak}अनिल ने कहा कि अमेरिकी टीवी एक्शन, नाटकीय टेलीविजन धारावाहिकों का बजट बॉलीवुड के किसी बड़े बजट की फिल्म से ज्यादा होता है. वह कहते हैं, ‘मेरा टीवी प्रोजेक्ट 24 की तरह का ही होगा.’ ‘24’ में काइफर सदरलैंड ने विशेष एजेंट जैक बेउर की भूमिका निभाई है जो लास एंजिलिस की आतंकवाद निरोधी इकाई के लिए काम करता है.

धारावाहिक की प्रत्येक कड़ी में जैक आतंकवादी षड्यंत्रों को रोकने की कोशिश करता है जिसमें राष्ट्रपति की हत्या का प्रयास, परमाणु, जैविक, रासायनिक खतरे एवं साइबर हमला शामिल है. साथ ही वह सरकारी एवं कारपोरेट भ्रष्टाचार के षड्यंत्रों से भी निपटता है.

अनिल ने कहा कि काईफर एकमात्र अभिनेता हैं जिन्होंने सभी आठ कड़ियों में काम किया है. अपने चरित्र के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं घबरा रहा था कि मैं इसे कर पाउंगा या नहीं. ऐसी भूमिका मैंने पहले कभी नहीं निभाई थी.’ अनिल के मुताबिक अमेरिकी एवं पश्चिम एशिया की राजनीति को समझने में यू ट्यूब से काफी सहयोग मिला.

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘मैंने जो तैयारियां कीं उसने मुझे ‘मशाल’ एवं ‘वो सात दिन’ की याद दिला दी. अमेरिका में अपने काम को मैंने नये तरीके से किया. वह काफी अच्छा समय था. मैंने कई मित्र बनाए.’

Advertisement
Advertisement