जिस दौर में महिलाओं को घर से निकलने नहीं दिया जाता था उस समय देविका रानी फिल्मों में अभिनय कर प्रेरणा स्रोत बन गई थीं. आज देविका रानी का जन्मदिन है. उनका जन्म 30 मार्च 1908 को आंध्रप्रदेश के वाल्टेयर में हुआ था. 9 मार्च 1994 को देविका रानी ने दुनिया को अलविदा कह दिया था.
उनके पिता कर्नल एमएन चौधरी समृद्ध बंगाली परिवार से ताल्लुक रखते थे. उन्हें भारत के प्रथम सर्जन जनरल बनने का गौरव प्राप्त हुआ.
देविका ने अपनी सारी पढ़ाई इंग्लैंड से की थी. पढ़ाई के दौरान उनकी रुचि एक्टिंग के फील्ड में बढ़ने लगी. उन्होंने इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाने का फैसला लिया. लेकिन घर वाले उनके इस निर्णय के खिलाफ थे.
देविका ने इंग्लैंड में रॉयल अकादमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट में अभिनय की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने वास्तुकला में डिप्लोमा भी हासिल किया. इस बीच बुस्र बुल्फ नामक फिल्म निर्माता उनकी वास्तुकला की योग्यता से काफी प्रभावित हुए और उन्होंने देविका रानी को अपनी कंपनी में बतौर डिजाइनर नियुक्त कर लिया.
इस दौरान देविका की मुलाकात फेमस निर्माता हिमांशु राय से हुई. हिमांशु राय देविका रानी की सुंदरता को देखकर इस कदर मुग्ध हो गए कि उन्होंने देविका को फिल्म 'कर्म' में काम करने के प्रस्ताव दे डाला. देविका ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया.
हिमांशु राय ने 1933 में फिल्म 'कर्म' में नायक की भूमिका स्वयं निभाई और अभिनेत्री के रूप में देविका रानी का चुनाव किया. 'कर्म' में देविका रानी ने हिमांशु राय के साथ लगभग 4 मिनट का किस सीन देकर सभी चौंका दिया था. इसके लिए देविका रानी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और फिल्म को प्रतिबंधित भी कर दिया गया. इसके बाद देविका और हिमांशु ने शादी कर ली.
देविका ने पति के साथ मिलकर बॉम्बे टॉकीज नाम का स्टूडियो का निर्माण किया जिसके बैनर तले कई सुपर हिट फिल्में बनाई गई. अशोक कुमार, दिलीप कुमार, मधुबाला और राज कपूर जैसे सितारों का करियर बनाया. दिलीप कुमार को फिल्म इंडस्ट्री में लाने का श्रेय देविका को ही दिया जाता है.