दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में पहली बार आज ऑनलाइन ओपन बुक एग्जामिनेशन शुरू हो गया है. हाई कोर्ट के दिशा निर्देशों के बाद यह परीक्षा फाइनल ईयर के सभी छात्रों के लिए करवाई जा रही है. परीक्षा शुरू होते ही सोशल मीडिया पर इस परीक्षा को लेकर अलग-अलग छात्रों ने अपनी परेशानियों के साथ साथ अनुभव साझा किए.
कुछ छात्रों ने साफ तौर पर लिखा है कि इंटरनेट कनेक्शन और साथ ही साथ बिजली की सप्लाई बाधित होने से उन्हें परीक्षा देने में दिक्कत आ रही है. लेकिन कुछ छात्रों का कहना है कि वेबसाइट पर आंसर शीट जमा करने के साथ ही जो ईमेल का ऑप्शन दिया गया है उससे बेहतर तरीके से छात्र परीक्षा दे पा रहे हैं.
Final year students
Let us be very clear about a fact. Courts do not and can not act and give judgements on grounds seeking mercy from the Court . The Courts are bound to act only when violation of rights or laws is brought to their notice which, I hope, will be done tomorrow
— V.K.Vishnoi (@VKVishnoi2) August 9, 2020Advertisement
दिल्ली यूनिवर्सिटी में हिंदी की प्रोफेसर कुसुमलता ने बताया, "जो नेत्रहीन छात्र ब्रेल लिपि में परीक्षा देना चाहते थे उनके लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. सिर्फ हिंदी के ऐसे 200 से अधिक छात्र हैं जो इस ओपन बुक एग्जामिनेशन को नहीं दे पा रहे हैं".
Please keep a close tab on your email inbox. If the portal doesn't work for any reason and the mail is working, it's still ok. The reason Court provided email facility for all is because the Portal hasn't been working properly.
— Akash Sinha (@advAkashSinha) August 10, 2020
छात्रों की परेशानी को लेकर कई और शिक्षक हैं जो अपनी राय रख रहे हैं. मसलन दिल्ली यूनिवर्सिटी के एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य राजेश झा ने बताया, "छात्र इसलिए परेशान है क्योंकि यूनिवर्सिटी प्रशासन उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है और उन्हें मजबूरी में अदालत का रुख करना पड़ रहा है".
PLEASE SEE THIS. TODAY WE ARE STARTING WITH DU'S FINAL YEAR EXAMINATION. PORTAL SAYS 3 HOURS, QUESTION PAPER SAYS 2 HOURS, AND GUIDELINES SAY 4 HOURS. @ugc_india @PMOIndia @AmitShah @DrRPNishank #StudentsInSCForJustice #delhiuniversity #finalyearexams #cancelexams #DU #SC #ugc pic.twitter.com/CEsN1G16mm
— Yashi (@yashvichaudhary) August 10, 2020
Mental health has always been an underrated topic. Just finished my OBE paper and struggled with internet issues and power cuts. In a pandemic where anxiety is already high, it went haywire thanks to this exam and had a panic attack. Thanks, DU. Will never forget. @advAkashSinha
— Gowri Bhatnagar (@BhatnagarGowri) August 10, 2020
लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस तरीके से विश्वविद्यालय वह तमाम इंतजाम कर रहा है, जिससे छात्रों को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. विश्वविद्यालय के जाने-माने कॉलेज मिरांडा हाउस की प्रिंसिपल विजय लक्ष्मी नंदा ने आजतक से बात करते हुए बताया, "यूनिवर्सिटी और कॉलेज ने अपने स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया हुआ है और छात्रों को जो भी परेशानी आ रही है उसको तुरंत दूर किया जा रहा है.
बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद छात्रों को ई-मेल के जरिए भी अपने आंसर शीट जमा करने का ऑप्शन दिया गया है और इस वजह से जहां पर इंटरनेट या बिजली से जुड़ी समस्याएं हैं वहां भी छात्र मुश्किलों का सामना नहीं कर रहे हैं.