
बिहार लोकसेवा आयोग के द्वारा 67 वीं परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है. इस परीक्षा में भोजपुर जिले के पिरों प्रखंड के भागलपुर मुहल्ला निवासी एक प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक की बेटी ज़ेबा अर्शी ने बिहार में 66 वां रैंक लाकर ना केवल परिवार वालों का मान सम्मान बढ़ाया है. ज़ेबा की सफलता से पूरा इलाका भी काफी खुश हैं.
ज़ेबा अर्शी को यह सफलता तीसरी बार के प्रयास में मिली है. ज़ेबा बेहद ही मध्यम परिवार से गुजर बसर करने वाली है और काफी आर्थिक परेशानियों को झेलते हुए उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया है. ज़ेबा अर्शी के पिता मोहम्मद कुद्दुस एक प्राइवेट शिक्षक है. वहीं, इनकी मां असमत जहां तालिमी मरकज शिक्षा सेवक के रूप में पिरों भागलपुर मुहल्ले में पढाती है.
ज़ेबा अर्शी की एक बहन और एक भाई है. इनके छोटे भाई अहद अब्दुल्ला 10वीं के छात्र हैं. ज़ेबा अर्शी की प्रारंभिक पढ़ाई पुष्पा हाई स्कूल पिरों के उच्चतर शिक्षा गांधी कॉलेज लहराबाद से हुई है. पढ़ाई के बाद उन्होंने घर से ही बीपीएससी परीक्षा की तैयारी की और तीसरी बार में बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर परिवार समेत पूरे जिले का नाम रौशन कर दिया. इस सफलता को लेकर आज तक संवाददाता ने ज़ेबा अर्शी से बात की तो उसने बताया कि कामयाबी के पीछे सबसे बड़ा श्रेय भगवान और पैरेंट्स के अलावा पढ़ाने वाले टीचर सहित उन सभी लोगों का है जो हम से जुड़े और मेरा हौसला बढ़ाया.

ज़ेबा की जर्नी अभी यहीं नहीं रुकी है. उन्होंने बताया कि मेरा आगे का सपना है कि यूपीएससी एग्जाम निकाल कर आईएस बनूं. ज़ेबा के माता-पिता ने इस कामयाबी के पीछे बेटी के जज्बे और लगन को वजह बताया. मां अस्मत जहां ने कहा कि मध्यम परिवार में रहकर बेटी को पढ़ाना काफी मुश्किल था. लेकिन हम लोग हिम्मत नहीं हारे और बेटी को पढ़ाते गए जिसका परिणाम आज हम सबों को खुशियों के जरिए मिला है. मेरी बेटी ने भी अटूट मेहनत की है. ज़ेबा अर्शी के पिता मोहम्मद कुद्दुस ने बताया कि मेरी बेटी हमेशा से ही पढ़ाई में बहुत अच्छी रही है. अब वो अधिकारी बनने जा रही है. उसने जैसे हमारे सभी सपने पूरे कर दिए हैं.