भारत में कब आया डिजिटल कैमरा- इंटरनेट, किसने किया था पहला EMAIL
aajtak.in/प्रियंका शर्मा
13 मई 2019,
अपडेटेड 4:54 PM IST
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इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीवी चैनल को काफी इंटरव्यू दे रहे हैं. जिसे देखने और पढ़ने के बाद उनके बारे में नई-नई बातों के बारे में पता चल रहा है. वहीं हाल ही में उन्होंने एक निजी चैनल को दिए इटंरव्यू देते हुए कहा कि उन्होंने 1988 में डिजिटल कैमरे से तस्वीर खींची थी और उसे ईमेल किया था उनके इस बयान के बाद लोगों में जानने की उत्सुकता बढ़ गई आखिर सबसे पहले ईमेल का इस्तेमाल कब किया गया था और भारत में इंटरनेट कब आया. आइए हम आपको विस्तार से बताते हैं.
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सबसे पहले आपको बता दें, दुनिया का पहला ईमेल साल 1971 में अमेरिका के कैम्ब्रिज नामक स्थान पर रे टॉमलिंसन नामक इंजीनियर ने एक ही कमरे में रखे दो कम्प्युटरों के बीच भेजा था. ये दोनों कंप्यूटर नेटवर्क अर्पानेट से जुड़े थे. अरपानेट (Advanced Research Projects Agency Network) एक मायने में इंटरनेट का पूर्वज हैं. जिसका इस्तेमाल संदेश एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए किया जाता था.
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जनवरी 1983 में आधुनिक इंटरनेट का जन्म हुआ था. जिसके बाद 1995 में देश में पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल हुआ था.
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इंटरनेट को विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) के माध्यम से उपभोक्ताओं के लिए लाया गया था.
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अमेरिका के 42वें राष्ट्रपति बिल क्लिंटन अपनी अध्यक्षता के दौरान ईमेल भेजने वाले पहले राष्ट्रपति बने थे. उन्होंने 7 नवंबर, 1998 को अंतरिक्ष यात्री जॉन ग्लेन को ये ऐतिहासिक ई-मेल भेजा था. बता दें, क्लिंटन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे जिन्होंने पद पर रहने के दौरान ई-मेल भेजा था.
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बता दें, पीएम मोदी ने बताया कि साल 1988 में डिजिटल कैमरे का पहली इस्तेमाल किया था. उन्होंने अपने बयान में कहा कि , ‘शायद, मैंने पहली बार डिजिटल कैमरा का उपयोग किया था". वहीं आपको बता दें, इंजीनियर स्टीवन सैसन ने पहले इलेक्ट्रॉनिक कैमरा का आविष्कार साल 1975 में किया था. वहीं व्यावसायिक तौर पर 1990 में सबसे पहला डिजिटल कैमरा उपलब्ध हुआ था.
The first commercial production digital camera went on sale in 1990. In 1987, Modi had a digital camera. Surely must have been this prototype. pic.twitter.com/H7b8FMclha
— Divider Pre💤 Verde ℠ (@PresidentVerde) May 13, 2019
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जिसके बाद ही इसकी बिक्री शरू हुई थी. इसमें एक CCD इमेज सेंसर का प्रयोग किया जाता था, तस्वीरों को डिजिटल रूप में संग्रहित किया जाता था.