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Psychological Tricks: बैठे-बैठे अपने पैर क्यों हिलाते हैं लोग? बॉडी लैंग्वेज से यूं समझें सामने वाले के मन की बात

आपने अक्सर कई लोगों को बैठे-बैठे पैर हिलाते देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये क्यों होता है? आज हम आपको पैरों की बॉडी लैंग्वेज के बारे में बता रहे हैं. जिससे आप सामने वाले व्यक्ति के मन की बात को समझ सकेंगे.

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Body Language (Representational Image)
Body Language (Representational Image)

Body Language Tricks: हर व्यक्ति की अपनी एक शारीरिक भाषा यानी बॉडी लैंग्वेज होती है. आप बॉडी लैंग्वज के आधार पर सामने वाले के मन में क्या विचार चल रहे हैं इसका अंदाजा लगा सकते हैं. बस आपको बॉडी लैंग्वेज पढ़ने की कला आनी चाहिए. बॉडी लैंग्वेज जानने के लिए कई एक्सपर्ट्स होते हैं. ये आपकी चाल-ढाल, बात करने के तरीके से लेकर उठने-बैठने के तरीके के आधार पर आपके बारे में काफी कुछ बता सकते हैं. आज हम आपको लोगों के पैरों की लैंग्वेज के बारे में बताएंगे.

पैर हिलाने की आदत: आपने कई बार देखा होगा कि कुछ लोगों को पैर हिलाने की आदत होती है. उन्हें पता भी नहीं चलता और वो अपने पैर हिलाते रहते हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो पैर हिलाने की आदत तीन तरफ इशारा करती है. पहला कि व्यक्ति के अंदर बहुत एनर्जी है और वो अपनी एनर्जी का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो वो पैर हिलाने लगते हैं. वहीं, कई लोग जब बोर होते हैं तब पैर हिलाने लगते हैं. इसके अलावा कई लोग नर्वस होने पर भी पैर हिलाते हैं. आपने अक्सर लोगों को लंबी मीटिंग, स्कूल में क्लास के दौरान पैर हिलाते देखा होगा. ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि वो मीटिंग या क्लास में बोर होते हैं. 

बार-बार पैर को हाथ लगाना: एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर कोई बातचीत के दौरान बार-बार अपने पैर को हाथ लगाता है. बार-बार अपने हाथों से पैर पर मसाज कर रहा है तो इसका मतलब होता है कि सामने वाला व्यक्ति बहुत स्ट्रेस में है. सामने वाला व्यक्ति बार-बार पैर पर मसाज इसलिए कर रहा होता है क्योंकि वो अपने आपको शांत करने की कोशिश कर रहा होता है. 

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पैर क्रॉस करके बैठना: कई लोग पैर क्रॉस करके बैठने वाले लोगों को लेकर ये धारणा बना लेते हैं कि सामने वाला व्यक्ति अशिष्ट है, लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो कोई पैर क्रॉस करके तभी बैठता है जब सामने वाला व्यक्ति कंफर्ट महसूस कर रहा होता है. जब सामने वाला व्यक्ति सहज या कंफर्ट महसूस करता है तभी पैर क्रास करके बैठता है. 
 
पैरों को स्विंग करना: बचपन में हम अक्सर कुर्सी या बेड पर बैठकर पैर को बार-बार हवा में उठाकर स्विंग करते थे. ऐसा करने में लोगों को बहुत मजा आता है. अक्सर आज भी कई लोग ऐसा करते मिल जाएंगे. एक्सरपर्ट्स की मानें तो पैर को हवा में स्विंग (झुलाना) करने का मतलब होता है कि सामने वाला व्यक्ति खुश और टेंशन फ्री महसूस कर रहा है. 

 

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