क्या आपने कभी ऐसे व्यक्ति को देखा है जो खुद से बात करते हों? अक्सर ऐसा देखा जाता है कि हम जब किसी को खुद से बात करते देखते हैं तो उसका मजाक उड़ाते हैं. हालांकि, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कई साइंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग खुद से बात करते हैं, वो इंटेलिजेंट की कैटेगरी में आते हैं. द माइंड जर्नल ने नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के हवाले से बताया कि साइंस का मानना है कि जो खुद से बात करने वाले लोगों का IQ ज्यादा होता है.
तो अगर आप खुद से बात करते हैं तो अपने को इंटेलिजेंट मान सकते हैं. खुद से बात करना इंटेलिजेंस की निशानी है. साथ ही इसके कई और फायदे भी हैं. सेल्फ टॉक आपको करियर से लेकर पर्सनल लाइफ तक में कई फैसले लेने में मदद कर सकती है. आइए जानते हैं खुद से बात करने के क्या हैं फायदे.
खुद से बात करने से साफ होते हैं विचार: एक्सपर्ट्स की मानें तो खुद से बात करने से आपके मन में चल रहे विचारों पर आपको काफी क्लैरिटी मिलती है. अगर आप किसी बात को लेकर कंफ्यूज हैं तो खुद से बात करने से आप एक फैसले पर पहुंच सकते हैं. साइकोलॉजिस्ट्स का मानना है कि खुद से बात करने से आप अलग-अलग पहलुओं को ज्यादा बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और बेहतर फैसला ले सकते हैं.
अपने गोल्स को लेकर होते हैं फोकस: खुद से बात करने का एक और फायदा यह है कि आप अपने गोल्स को लेकर और ज्यादा फोकस रहते हैं. सेल्फ टॉक आपको आपके गोल्स के और करीब लेकर जाता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि सेल्फ टॉक करने से आप अपने गोल्स के लिए बेहतर चीजें प्लान कर पाते हैं. आपको इस चीज की बेहतर समझ मिल पाती है कि आपको अपने गोल्स को पूरा करने के लिए कैसे काम करना है.
हमेशा रहते हैं मोटिवेटेड: कई बार होता है कि जब आप किसी चीज में फेल होते हैं तो हताश और निराश हो जाते हैं. आपके आस-पास के लोग आपको मोटिवेट करने की कोशिश भी करते हैं, लेकिन कई बार उसका बहुत असर आप पर नहीं पड़ता. हालांकि, जब आप खुद सेल्फ टॉक से खुद को मोटिवेट करते हैं तो उन बातों का असर आप पर जल्दी और ज्यादा होता है. खुद को मोटिवेट रखने में भी सेल्फ टॉक बहुत मददगार साबित हो सकती है.