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3 Idoits फिल्म के 'Rancho's स्कूल' को मिली CBSE से मान्यता, लद्दाख के छात्रों को पहली परीक्षा का इंतजार

लद्दाख स्थित राचों स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्रों का पहला बैच सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के नतीजों का इंतजार कर रहा है. स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि कई सालों के संघर्ष के बाद आखिरकार सीबीएसई से मान्यता मिल पाई है.

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3 Idiots Rancho School Got CBSE Affiliation
3 Idiots Rancho School Got CBSE Affiliation

लद्दाख के ठंडे रेगिस्तानी इलाके में स्थित ड्रुक पद्मा कार्पो स्कूल, जो फिल्म 3 इडियट्स में "रांचो स्कूल" के नाम से मशहूर हुआ था, को अब सीबीएसई से मान्यता मिल गई है. इस स्कूल की स्थापना को 20 साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन सीबीएसई से मान्यता पाने की लंबी प्रक्रिया के चलते यह स्कूल पहले जम्मू और कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (JKBOSE) से संबद्ध था. 

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स्कूल की प्रिंसिपल, मिंगुर एंगमो ने बताया कि उन्हें कई सालों के संघर्ष के बाद आखिरकार सीबीएसई से मान्यता मिल पाई है. उन्होंने कहा, "हमारे पास अच्छे बुनियादी ढांचे और बेहतरीन अकादमिक रिकॉर्ड होने के बावजूद, हम JKBOSE से आवश्यक अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) नहीं प्राप्त कर पा रहे थे. लेकिन अब हम खुश हैं कि हमें सीबीएसई से मंजूरी मिल गई है."

10वीं के छात्रों को सीबीएसई परीक्षा का इंतजार

प्रिंसिपल ने आगे कहा, "स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्रों का पहला बैच सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के नतीजों का इंतजार कर रहा है. स्कूल के प्रिंसिपल ने आगे कहा कि सीबीएसई के नियमों के अनुसार, स्कूलों को अपनी राज्य बोर्ड से NOC प्राप्त करना जरूरी होता है, जिसके बाद वे सीबीएसई से संबद्धता के लिए आवेदन कर सकते हैं. अब सीबीएसई से मान्यता मिलने के बाद, ड्रुक पद्मा कार्पो स्कूल कक्षा 11 और 12 तक की पढ़ाई शुरू करने की योजना बना रहा है. हम पहले से ही बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहे हैं और 2028 तक कक्षा 11 और 12 शुरू करने की योजना है. इसके साथ ही, हम अपने शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण भी आयोजित कर रहे हैं ताकि वे CBSE के पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षा प्रदान कर सकें."

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24 साल पहले हुई थी स्कूल की स्थापना

ड्रुक पद्मा कार्पो स्कूल की स्थापना 24 साल पहले हुई थी,और इसका नाम प्रसिद्ध विद्वान मिफाम पेमा कार्पो के नाम पर रखा गया है. फिल्म 3 इडियट्स में इस स्कूल का एक दृश्य बहुत प्रसिद्ध हुआ था, जिसमें एक किरदार "चतुर" को एक दीवार पर पेशाब करने की कोशिश करते हुए झटका लगता है. इस घटना के बाद, स्कूल ने 2018 में उस दीवार को थोड़ा स्थानांतरित किया, ताकि छात्रों को अधिक शांति मिल सके और वे बिना किसी व्यवधान के अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें. 

प्रिंसिपल ने आगे कहा, "अब, जम्मू और कश्मीर के विभाजन के बाद, लद्दाख में कई स्कूल JKBOSE के अधीन हैं. लेकिन अब जब ड्रुक पद्मा कार्पो स्कूल को सीबीएसई से मान्यता मिल चुकी है, तो स्कूल अपने छात्रों के लिए उच्च शिक्षा में आसानी से बदलाव की उम्मीद करता है. "अब हमारे छात्रों के लिए देश और विदेश में उच्च शिक्षा के लिए बदलाव आसान हो जाएगा, और हम पारंपरिक कक्षा शिक्षण को अभिनव और खेल आधारित तरीकों के साथ मिलाने का उदाहरण स्थापित कर सकते हैं."

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