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टेक CEO ने 5 मिनट की बातचीत के बाद कॉलेज स्टूडेंट को दी जॉब, बताएं 9 कारण

किसी भी कंपनी में जॉब के लिए कैंडिडेट को कम से कम 3-4 राउंड से गुजरना पड़ता है. लेकिन क्रोएशिया स्थित कंपनी सीईओ ने सिर्फ पांच मिनट की बातचीत के बाद ही नौकरी दे दी. 

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क्रोएशिया स्थित एक सीईओ ने बातचीत के पांच मिनट बाद ही एक कॉलेज छात्र को नौकरी पर रख लिया. ( Photo: AI Generated)
क्रोएशिया स्थित एक सीईओ ने बातचीत के पांच मिनट बाद ही एक कॉलेज छात्र को नौकरी पर रख लिया. ( Photo: AI Generated)

क्रोएशिया ( दक्षिण पूर्व यूरोप में पानोनियन प्लेन, और भूमध्य सागर के बीच बसा एक देश ) की एक सॉफ्टवेयर कंपनी के सीईओ ने सिर्फ पांच मिनट की बातचीत के बाद ही एक कॉलेज छात्र को नौकरी दे दी. इस फैसले ने बहुत से लोगों को हैरान कर दिया और सोशल मीडिया पर खूब चर्चा होने लगी. कोड ऑफ अस नाम की कंपनी के सीईओ और संस्थापक सैंडी स्लोंजसक ने एक्स (पहले ट्विटर) पर अपनी यह अनोखी कहानी शेयर की. उन्होंने बताया कि वे बातचीत के दौरान छात्र से इतना प्रभावित हो गए कि उसे तुरंत नौकरी की पेशकश कर दी और इसके पीछे नौ खास वजहें भी बताईं. 

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जॉब देने के बताएं ये 9 कारण
अपने पोस्ट में स्लोंजसक ने बताया कि उन्हें एक कॉलेज छात्रा के कुछ गुण बहुत पसंद आए. उन्होंने कहा कि —

  • उस छात्रा ने बिना किसी नौकरी के विज्ञापन के खुद से आवेदन भेजने की हिम्मत दिखाई.
  • उसने ईमानदारी से माना कि वह अभी सीख रही है और बहुत कुछ नहीं जानती.
  • वह मेहनत करने और “जितना हो सके उतना सीखने” के लिए तैयार थी.
  • वह सुझावों को खुले दिल से स्वीकार करती थी, साफ-साफ बोलती थी और अपनी बात संक्षेप में कहती थी.
  • उसने अपने कौशल दिखाने के लिए खुद से कुछ प्रोजेक्ट किए थे.
  • उसमें समझदारी और महत्वाकांक्षा थी.
  • वह नौकरी पाने के लिए तीन महीने तक न्यूनतम वेतन पर काम करने को भी तैयार थी.
  • वह तुरंत काम शुरू करने के लिए भी तैयार थी

इन सारी बातों से स्लोंजसक को लगा कि वह हर लिहाज से उपयुक्त है. इसलिए उन्होंने लिखा — “हर तरफ हरी झंडियां — उसे नौकरी मिल गई.”

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सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल
लोगों ने छात्रा की हिम्मत और सीईओ की उसकी प्रतिभा पहचानने की क्षमता की खूब तारीफ की. एक यूजर ने लिखा, “हर रिक्रूटर ऐसा नहीं करता, लेकिन अच्छा लगा कि आपने किया. अब आप उसे उस काम में माहिर बना सकते हैं, जिसके लिए उसने आवेदन किया था.” दूसरे यूजर ने कहा, “लगता है वह तीन महीनों में उतना सीख जाएगी जितना कई लोग तीन साल में नहीं सीख पाते.”. कुछ लोग यह जानने को उत्सुक थे कि सीईओ उसे कैसे ट्रेनिंग और मार्गदर्शन देंगे, जबकि बाकी लोगों ने सीईओ को ऐसे ही अच्छे फैसले लेते रहने के लिए प्रोत्साहित किया.

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