वन नेशन के बाद अब वन नेशन वन रेट चर्चा में है. ये तो आप नाम से समझ ही गए होंगे कि पूरे देश में सामान की एक है रेट. रेट का ये मामला सोने से जुड़ा है, इसका मतलब है कि जल्द ही अब पूरे देश में सोने का एक ही रेट हो जाएगा. दरअसल, बताया जा रहा है कि सरकार एक ऐसी पॉलिसी पर काम कर रही है, जिसके लागू होने के बाद पूरे देश में आप सोना एक ही रेट पर खरीद पाएंगे. ऐसे में जानते हैं कि आखिर ये पॉलिसी क्या है और इसके लागू होने के बाद सोने के रेट कैसे तय होंगे और सोने के रेट में क्या बदलाव होगा.
क्या है वन नेशन वन रेट पॉलिसी?
ये केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित एक योजना है और इसके जरिए पूरे देश में सोने के भाव एक जैसे किया जाना है यानी इसे लागू होने के बाद पूरे देश में एक ही रेट पर सोने मिलेगा. अभी की व्यवस्था के हिसाब से पूरे देश में सोने के रेट में फर्क होता है और अलग अलग शहरों में सोने के रेट में कम ज्यादा होते हैं.
वैसे ये अंतर ज्यादा नहीं होता, लेकिन 200 से 500 रुपये तक सोने के रेट में फर्क देखने को मिलता है. खास बात ये है कि जेम एंड ज्वैलरी काउंसिल ने भी इसे समर्थन दिया है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार कब तक इस पर आखिर फैसला लेगी. वैसे लंबे समय से इस पॉलिसी पर बात हो रही है और कई ज्वैलरी एसोसिएशन की ओर से इसे लागू होने की बात कही जा रही है.
कैसे तय होंगे एक जैसे रेट?
बता दें कि सरकार इस पॉलिसी के तहत नेशनल बुलियन एक्सचेंज बना सकती है, जिससे सोने के रेट तय होंगे. ये एक्सचेंज ही सोने आदि के रेट तय करेगा. आम भाषा में समझें तो यह शेयर मार्केट की तरह होगा, जिसमें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के जरिए मार्केट तय होता है. वैसे ही अब इसके आधार पर सोने के रेट तय होंगे. इससे ज्वैलर्स अपने हिसाब से सोने के रेट नहीं कर पाएंगे और रेट को लेकर सेंट्रलाइज्ड सिस्टम होगा.
फिर अभी कैसे तय होते हैं दाम?
अब जानते हैं कि अभी सोने के रेट कैसे तय हो रहे हैं. अभी बाजार में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX के आधार पर भाव तय होते हैं. ये भाव हाजिर भाव होते हैं और हर शहर में वहां के सर्राफा एसोसिएशन के व्यापारी मिलकर मार्केट खुलने के वक्त दाम तय करते हैं. ये दाम सोने की मांग, आपूर्ति, ग्लोबल मार्केट, मुद्रा स्फीति को ध्यान में रखते हुए सोने के रेट तय होते हैं. हर शहर के सर्राफा व्यापारियों की ओर से भाव तय किए जाने की वजह से ये रेट अलग अलग होते हैं.
क्या सस्ता होगा सोना?
यह पॉलिसी लागू होने के बाद अलग अलग शहरों में ज्वैलर्स की मनमानी पर लगाम लगेगी और अपने हिसाब से ज्वैलर्स रेट कम-ज्यादा नहीं कर पाएंगे. एक्सचेंज की ओर से कीमत तय होने के बाद उन जगहों पर रेट कम होने की संभावना है, जहां अभी सोने के रेट सबसे ज्यादा है. कई रिपोर्ट्स में ये माना जा रहा है कि सभी जगह सोने के भाव एक जैसे होने से रेट में कमी आएगी और जिन शहरों में महंगा सोना है, वहां ज्यादा फर्क पड़ेगा.
क्या हैं सोने के रेट?
भारतीय सर्राफा बाजार में 15 जुलाई को सोने के भाव देखें तो राष्ट्रीय स्तर पर 999 शुद्धता वाला 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत (Gold) 72713 रुपये है. जबकि 999 शुद्धता वाली चांदी (Silver) के भाव 91465 रुपये किलो है.