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ये हैं एमबीए के ऑफबीट प्रोग्राम्स

एकाउंटिंग, फाइनांस, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, मार्केटिंग, हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन, ऑपरेशन मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट में तो एमबीए सभी करते हैं. लेकिन अगर आप सोसाएटी में योगदान देना चाहते हैं तो एमबीए के कुछ ऑफ बीट ऑप्शंस भी हैं.

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एकाउंटिंग, फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, मार्केटिंग, हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन, ऑपरेशन मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट में तो एमबीए सभी करते हैं. लेकिन अगर आप सोसाएटी में योगदान देना चाहते हैं तो एमबीए के कुछ ऑफ बीट ऑप्शंस हैं जिन्हें करके आप कोऑपरेटिव सेक्टर, जलवायु परिवर्तन, कृषि और ग्लोबल सप्लाई चेन जैसे विषयों से भी जुड़ सकते हैं.

एमबीए इन एग्रीकल्चर: एमबीए इन एग्रीकल्चर खासतौर पर बिजनेस की तरफ ध्यान देता है. इस कोर्स में कृषि के क्षेत्रों में मैनेजमेंट के सिद्धांतों को अपनाया जाता है. खास तौर पर फूड, एग्रीबिजनेस, रिटेल माइक्रोफाइनांस और ग्लोबल सप्लाई चेन की पढ़ाई की जाती है. एग्रीकल्चर में एमबीए करने के बाद आप मार्केट एक्सपर्ट, एग्रीकल्चर मैनेजर के तौर पर काम कर सकते हैं.

एमबीए इन फॉरेस्ट मैनेजमेंट: इस कोर्स में आप प्राकृतिक संसाधनों के मैनेजमेंट के बारे में पढ़ते हैं. यही नहीं आपको सोशल, एडमिनिस्ट्रेटिव, लीगल, साइंटिफिक, टेक्निकल चीजों से भी डील करना होता है. फॉरेस्ट मैनेजमेंट करने के बाद आप फॉरेस्ट्री सेक्टर, कार्बन ट्रेडिंग, क्यूटो प्रोटोकॉल, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे विषयों में स्पेश्लाइजेशन हासिल कर अपना करियर बना सकते हैं.

एमबीए इन रूरल मैनेजमेंट: रूरल मैनेजमेंट का प्रमुख काम किसी भी क्षेत्र के सिस्टमेटिक प्लानिंग से है.  इसके लिए साक्षरता, पोषण, महिलाओं का विकास और समाज से जुड़ी कई समस्याओं के जरूरी डेटा जुटाने होते हैं. इसके अलावा आप कोऑपरेटिव सेक्टर, एग्री बिजनेस इंटरप्राइज, माइक्रो फाइनांस, एनर्जी सोल्यूशंस के क्षेत्र में भी जा सकते हैं.

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