इक ओंकार सतनाम, यानी सबका ईश्वर एक. संपूर्ण मानवता को यह संदेश देने वाले गुरु नानक देव जी का 548वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है. दिल्ली में और यहां के गुरुद्वारों में इसकी धूमधाम से तैयारियां की गई हैं और श्रद्धालुओं का एक हफ्ते पहले से ही तांता लगा हुआ है. हम आज आपको ले चलेंगे दिल्ली के पहले गुरुद्वारे में, वह गुरुद्वारा जहां खुद नानक देव आज से पांच सौ साल पहले पधारे थे.