ग्रेटर नोएडा के एक व्यावसायी आदित्य सोनी 5 जुलाई से लापता थे. अब सोनी का शव गंग नहर से बरामद हुआ है. सोनी की हत्या के आरोप में पुलिस ने उनके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से सोनी की कार, कुछ गहने और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक पूछताछ में दोनों ने ही हत्या करने का खुलासा किया है. हत्या की वजह एक जोक को लेकर हुआ विवाद बताया जाता है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार ग्रेटर नोएडा के ओमनिक्रॉन-1 सेक्टर निवासी व्यावसायी 5 जुलाई को कोरोना संक्रमित होने के बाद ठीक होकर लौटे एक रिश्तेदार से मिलने दिल्ली स्थित उनके घर जाने के लिए निकला था. वह तब से घर नहीं लौटा. 13 जुलाई को आदित्य की मां ने कसना थाने की पुलिस से संपर्क कर पुलिस अधिकारियों को अपने बेटे के अंतिम बार अपने दोस्तों देव भाटी और पंकज भाटी के साथ देखे जाने की जानकारी दी. पंकज और देव, दोनों भाई हैं.
पुलिस के मुताबिक आदित्य की मां की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर जांच की गई. देव और पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो दोनों ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया. भाटी बंधुओं के पास से आदित्य सोनी की कार, कुछ गहने और उनके मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. इनकी निशानदेही पर शव भी गंग नहर से बरामद कर लिया गया है.
भोपाल: प्यारे मियां की संपत्ति पर चला बुल्डोजर, नाबालिग लड़कियों से बलात्कार का है आरोप
पूछताछ के दौरान पंकज ने पुलिस को बताया कि 5 जुलाई को जोक को लेकर उसका आदित्य से झगड़ा हुआ था. आदित्य सोनी ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. इसके बाद उसने देव के साथ मिलकर पहले उसे लाठी से मारा, फिर गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद दोनों ने आदित्य का शव गंग नहर में फेंक दिया.
लॉकडाउन: पुलिस ने सीज की बाइक तो शख्स ने खुद को लगा ली आग
पुलिस ने बताया कि आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर शव को नहर से निकाल लिया गया है. परिजनों ने उसकी शिनाख्त आदित्य के रुप में की है. पुलिस ने पंकज और देव भाटी के खिलाफ हत्या, साक्ष्य मिटाने और डकैती के दौरान चोट पहुंचाने से संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.