अमेरिका और चीन 17 महीने से जारी ट्रेड वॉर को और आगे नहीं खींचने पर सहमत हो गए हैं. दोनों पक्ष ट्रेड समझौते को अंतिम रूप देने के बेहद करीब हैं. इस खबर का फायदा भारतीय शेयर बाजार को मिला है. सेंसेक्स 428 अंकों की तेजी के साथ 41,009.71 पर और निफ्टी 114.90 अंकों की तेजी के साथ 12,086.70 पर बंद हुआ. पूरे दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 41,055.80 का उच्च स्तर और 40,736.70 का निम्न स्तर छुआ.
बीएसई इंडेक्स पर सबसे ज्यादा 4.21 फीसदी की मजबूती एक्सिस बैंक में रही. इसके अलावा वेदांता लिमिटेड, SBI, मारुति और इंडसइंड बैंक के शेयर भी 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ बंद हुए. वहीं सबसे ज्यादा 2.46 फीसदी की गिरावट भारती एयरटेल के शेयरों में रही.
- इससे पहले दोपहर 1 बजे के बाद करीब 1.20 बजे सेंसेक्स 400 अंक से अधिक मजबूत होकर 41 हजार के पार पहुंच गया. वहीं निफ्टी की बात करें तो यह 100 अंक की मजबूती के साथ 12,075 अंक के स्तर पर कारोबार करता दिखा.
- वहीं भारतीय शेयर बाजार के लिए शुक्रवार की शुरुआत शानदार रही. कारोबार के शुरुआती मिनटों में सेंसेक्स 250 अंक तक मजबूत होकर 40 हजार 850 अंक के स्तर तक पहुंच गया. वहीं निफ्टी में 70 अंक तक की तेजी आई और एक बार फिर 12 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया.
ट्रेड वॉर सुलझने के आसार
बता दें कि अमेरिका के उद्योग संगठन यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख (अंतरराष्ट्रीय मामले) मायरन ब्रिलियेंट ने कहा, ‘‘हम समझौते के बेहद करीब हैं.’’ ब्रिलियेंट को दोनों पक्षों ने वार्ता में हुई प्रगति से अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार चीन के 160 अरब डॉलर के सामानों पर रविवार से लगने जा रहे शुल्क को टालने पर सहमत हो गई है.
- ट्रंप सरकार इसके साथ ही मौजूदा शुल्कों को कम करने पर भी सहमत हुई है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मौजूदा शुल्कों में कितनी कटौती की जाएगी. वहीं चीन की ओर से अमेरिका के कृषि उत्पादों की खरीद बढ़ाई जाएगी. अमेरिका की कंपनियों को चीन के बाजार की बेहतर पहुंच उपलब्ध कराएगा. इसके अलावा बौद्धिक संपदा अधिकारों की सुरक्षा को मजबूत बनाएगा.एयरटेल के शेयर धड़ाम क्यों
बीएसई इंडेक्स पर एयरटेल के शेयर में सबसे अधिक गिरावट रही. दरअसल, गुरुवार को केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा में बताया कि एडजेस्टेड ग्रास रेवेन्यू (एजीआर) के आधार पर टेलीकॉम कंपनियों को छूट नहीं दी जाएगी. बता दें कि टेलीकॉम कंपनियों ने एजीआर बकाए पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिकाएं दायर की हैं, जिसमें जुर्माना और ब्याज शुल्क के माफी की मांग की गई है. भारतीय एयरटेल को एजीआर बकाया के तौर पर 43,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है.
लुढ़का उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक
इस बीच, लिस्टिंग के दूसरे दिन उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर 7 फीसदी तक लुढ़क गए. इससे पहले गुरुवार को कंपनी का शेयर 57 फीसदी की तेजी के साथ लिस्टेड हुआ. कंपनी का शेयर बंबई शेयर बाजार में 58 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ जबकि निर्गम मूल्य 37 रुपये था. कारोबार के दौरान यह 53.10 तक नीचे गये लेकिन अंत में 55.90 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शेयर 58.75 पर खुला और जल्दी ही दिन की ऊंचाई 62.80 पर पहुंच गया. वहीं शेयर अंत में 55.30 पर बंद हुआ. सोमवार को कारोबार के अंत में कंपनी का मार्केट कैप 9,660.77 करोड़ रुपये रहा. बता दें कि बैंक ने दो से चार दिसंबर के दौरान आईपीओ पेश किया था, जिसे 165 गुना से अधिक लोगों से आवेदन मिला था.