रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही मुलाकात करेंगे. क्रेमलिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने यह जानकारी दी है. यह मीटिंग अमेरिकी पक्ष के प्रस्ताव पर तय हुई है. बैठक के लिए जगह तय हो चुकी है, जिसका ऐलान बाद में किया जाएगा. इस मुलाकात का मकसद तीन साल से ज्यादा पुराने यूक्रेन युद्ध पर बातचीत करना है. यह ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात होगी.
यूक्रेन में शांति की बढ़ती चाहत
जुलाई की शुरुआत में किए गए गैलप (Gallup) सर्वे के मुताबिक, करीब 70% यूक्रेनी नागरिक चाहते हैं कि उनका देश जल्द से जल्द रूस के साथ बातचीत करके शांति की राह खोजे. यह 2022 के मुकाबले एक बड़ा बदलाव है, जब करीब तीन-चौथाई लोग जंग जारी रखने के पक्ष में थे. यह सर्वे इस बात की तरफ इशारा करता है कि तीन साल से चले आ रहे इस संघर्ष से लोग अब थक चुके हैं और शांति चाहते हैं.
क्रेमलिन की प्राथमिकता द्विपक्षीय बातचीत...
राष्ट्रपति ट्रंप ने रूस को जंग रोकने के लिए शुक्रवार की समय सीमा दी थी, जिसके बाद आर्थिक प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी गई थी. इस माहौल के बीच क्रेमलिन ने बैठक की पुष्टि की है. क्रेमलिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की को इस बैठक में शामिल करने के प्रस्ताव को फिलहाल खारिज कर दिया है. क्रेमलिन का कहना है कि वे सबसे पहले ट्रंप के साथ द्विपक्षीय और उत्पादक बातचीत पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.
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ट्रंप ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ 'बेहद उपयोगी' बैठक की और दावा किया कि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने की दिशा में "काफी प्रगति" हुई है. इसके साथ ही, व्हाइट हाउस ने पुष्टि की कि रूस के खिलाफ द्वितीयक प्रतिबंध इस हफ्ते के आखिरी तक लागू होने वाले हैं.
ट्रंप का यह बयान क्रेमलिन में विटकॉफ और पुतिन के बीच तीन घंटे की बैठक के बाद आया है. यह मीटिंग अमेरिका द्वारा रूस को शांति समझौते की दिशा में प्रगति दिखाने या नए आर्थिक दंड का सामना करने के लिए दी गई समय सीमा से ठीक दो दिन पहले हुई थी.
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