ओवल ऑफिस में ट्रंप ने शहबाज और मुनीर को बंद कमरे में आधा घंटा करवाया इंतजार, दोनों को बताया 'Great guy'

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर के साथ मुलाकात के दौरान ट्रंप अपने सिग्नेचर स्टाइल में दिखे. मीटिंग की तस्वीरों में ट्रंप अंगूठा दिखाते हुए नजर आ रहे हैं. मुलाकात से पहले शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर ओवल ऑफिस के एक कमरे में सोने से मढ़े फर्नीचर पर बड़े धैर्यपूर्वक ट्रंप का इंजतार करते हुए दिख रहे हैं.

Advertisement
ट्रंप के साथ बंद कमरे में शहबाज और मुनीर की मुलाकात 80 मिनट तक चली (Photo: ITG) ट्रंप के साथ बंद कमरे में शहबाज और मुनीर की मुलाकात 80 मिनट तक चली (Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:27 AM IST

पाकिस्तान का टॉप लीडरशिप लगभग 3 महीने बाद फिर अपने आका अमेरिका के दरवाजे पर पहुंचा. इससे पहले 18 जून 2025 को फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने ट्रंप ने मुलाकात की थी. इस बार आसिम मुनीर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को साथ लेकर ट्रंप से मिलने पहुंचे. 25 सितंबर की शाम 4.30 बजे ओवल ऑफिस के एक बंद कमरे में ट्रंप की इन दोनों से मुलाकात हुई. 

Advertisement

अपनी आदत के मुताबिक ट्रंप ने इस मुलाकात को लेकर लंबी-लंबी हांकी. राष्ट्रपति ट्रंप ने शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर से मिलने से पहले इन्हें आधा घंटे से ज्यादा एक कमरे में इंतजार करवाया. जब आसिम मुनीर और शहबाज शरीफ कमरे में बैठे ट्रंप का इंतजार कर रहे थे उसी समय ट्रंप पत्रकारों से भरे कमरे में उनसे गप्पें मार रहे थे. ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में उन्होंने शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर को 'ग्रेट लीडर' बताया. और कहा कि वे दोनों अंदर मेरा इंतजार कर रहे हैं. 

पाकिस्तान की मीडिया, वहां के थिंक टैंक और राजनीतिक नेतृत्व से मुलाकात को भारत के बरक्श देख रहा है और खुद दक्षिण एशिया की ताकत का केंद्र समझ रहा है. 

इस मुलाकात के दौरान ट्रंप के साथ अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वांस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी मौजूद थे. पाकिस्तान ने कहा कि ये मुलाकात सकारात्मक माहौल में हुई.

Advertisement

बैठक के बाद जारी तस्वीरों में प्रधानमंत्री शहबाज और फील्ड मार्शल मुनीर बातचीत करते हुए दिख रहे हैं. ग्रुप फोटो के दौरान ट्रंप भी मुस्कुराते हुए अपना सिग्नेचर स्टाइल दिखा रहे हैं. 

ट्रंप जब अपने दोनों मेहमानों से मिलने पहुंचे तो कमरे का दरवाजा प्रेस के लिए बंद कर दिया गया. ये ट्रंप की पिछली मुलाकातों के विपरित परिपाटी थी. ट्रंप राष्ट्राध्यक्षों के साथ मुलाकात में अक्सर अपने साथ प्रेस की लंबी चौड़ी टीम रखते हैं. 

पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ ट्रंप की मुलाकात 80 मिनट तक चली. (Photo: ITG)

वाशिंगटन के समयानुसार ये मीटिंग शाम 4:30 बजे शुरू होने वाली थी, लेकिन ट्रंप ने बंद कमरे में शहबाज और मुनीर को खूब इंतजार करवाया. इस वजह से इस मीटिंग में लगभग 30 मिनट की देरी हो गई. बैठक लगभग एक घंटा 20 मिनट तक चली. 

पाकिस्तान के अखबार ड़ॉन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, "तस्वीरों में प्रधानमंत्री शहबाज और फील्ड मार्शल मुनीर ओवल ऑफिस के सोने से मढ़े फर्नीचर पर धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करते दिखाई दे रहे थे, जबकि कमरे के उस पार अमेरिकी राष्ट्रपति अपना पिछला कार्यक्रम समाप्त कर रहे थे. जब अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो कमरे में दाखिल हुए, तो उन्हें दोनों नेताओं का उत्साहपूर्वक अभिवादन करते देखा जा सकता है."

Advertisement

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की यह पहली औपचारिक द्विपक्षीय बातचीत है, जो पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा जुलाई 2019 में ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान उनसे मुलाकात के छह साल बाद हो रही है.

आसिम मुनीर और शहबाज शरीफ अंदर कमरे में बैठे ट्रंप का इंतजार कर रहे थे वहीं बाहर ट्रंप पत्रकारों से गप्पें गप्पें हांक रहे थे. 

ट्रंप ने इन दोनों नेताओं से मिलने से पहले पत्रकारों से कहा, "रूस और राष्ट्रपति पुतिन जो कर रहे हैं, उससे मैं बहुत असंतुष्ट हूं. मुझे ये बिल्कुल पसंद नहीं आया... मैंने सात युद्ध सुलझाए हैं. दरअसल, हमारे पास एक महान नेता आ रहे हैं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और फील्ड मार्शल. फील्ड मार्शल बहुत महान व्यक्ति हैं और प्रधानमंत्री भी, दोनों, और वे आ रहे हैं, और हो सकता है कि वे अभी इसी कमरे में हों. मुझे नहीं पता, क्योंकि हमें देर हो चुकी है..."

शहबाज शरीफ आर्मी चीफ आसिम मुनीर के साथ इस वक्त न्यूयॉर्क में हैं. इससे पहले उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शिरकत की है. 

इससे पहले शहबाज शरीफउन आठ इस्लामी देशों के नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने इस सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर ट्रंप से मुलाकात की थी. 
इस दौरान ट्रंप ने इस्लामी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ गाजा में इजरायल-हमास युद्ध को खत्म करने की रणनीतियों पर भी चर्चा की थी. 

Advertisement

 इस बीच जुलाई में अमेरिका और पाकिस्तान ने एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. अमेरिका पाकिस्तान में कथित तौर पर मौजूद तेल भंडारों का दोहन करना चाहता है. इस प्रोजेक्ट में राष्ट्रपति ट्रंप स्वयं दिलचस्पी ले रहे हैं. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement