अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते व्हाइट हाउस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) से मुलाकात करने वाले हैं. इस हाई-प्रोफाइल मुलाकात से बड़ी खबर आ रही है कि ट्रंप ने पिछले महीने एमबीएस से इजरायल के साथ अपने संबंधों को सामान्य बनाने का आग्रह किया था. दोनों नेताओं के बीच 9 अक्टूबर के गाजा युद्धविराम समझौते के बाद फोन पर बातचीत हुई थी.
अमेरिकी न्यूज वेबसाइट Axios ने दो अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से गुरुवार को प्रकाशित रिपोर्ट में यह दावा किया है. रिपोर्ट के अनुसार यह बातचीत 13 अक्टूबर को शर्म अल शेख शांति सम्मेलन के बाद हुई, जहां ट्रंप और मध्यस्थ देशों- तुर्की, कतर और मिस्र के नेताओं ने गाजा पीस प्लान पर हस्ताक्षर किया था.
कॉल के दौरान, ट्रंप ने कहा कि वो गाजा में युद्ध समाप्त करने में सफल रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि सऊदी अरब इजरायल के साथ पूर्ण राजनयिक संबंधों की दिशा में आगे बढ़ेगा. अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, सऊदी अरब के वास्तविक शासक क्राउन प्रिंस सलमान ने कहा कि वो इस मामले पर व्हाइट हाउस के साथ काम करने को तैयार हैं.
7 अक्टूबर 2023 को गाजा युद्ध से पहले खबरें आ रही थीं कि सऊदी अरब जल्द ही इजरायल के साथ अपने संबंधों को सामान्य कर लेगा. लेकिन गाजा युद्ध के बाद स्थिति बदल गई और एमबीएस पर इजरायल से दूरी बनाने का घरेलू दबाव बढ़ता गया.
एमबीएस कह चुके हैं कि जब तक फिलिस्तीनी राष्ट्र के लिए रास्ता साफ नहीं होता, सऊदी इजरायल के साथ संबंध स्थापित नहीं करेगा. लेकिन नेतन्याहू फिलिस्तीनी राष्ट्र के कट्टर विरोधी रहे हैं.
ट्रंप के गाजा पीस प्लान में भी फिलिस्तीनी राष्ट्र को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है. इसमें बस इतना कहा गया है कि जब फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) में सुधार होंगे और एक निरस्त्र गाजा पट्टी में पुनर्निर्माण आगे बढ़ेगा, तब 'फिलिस्तीनियों के आत्मनिर्णय और राज्यत्व के लिए एक विश्वसनीय मार्ग' की स्थिति बन सकती है.
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'हमारा संदेश सऊदियों के लिए है- हमने वो सब कर दिया जो आपने मांगा था. अब राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं कि आप इजरायल के साथ सामान्यीकरण करें. तो अब आप इस दिशा में कैसे आगे बढ़ेंगे?'
अन्य सूत्रों ने बताया कि सऊदी अरब इस दिशा में तभी आगे बढ़ेगा जब इजरायल फिलिस्तीनी राष्ट्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दिखाए.
सऊदी राजशाही के करीबी एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि गाजा युद्ध के बाद सऊदी में इजरायल विरोधी भावना बढ़ी है. इसे देखते हुए अगर इजरायल सऊदी के साथ अच्छे संबंध चाहता है तो उसे फिलिस्तीनी राष्ट्र को लेकर एमबीएस को मजबूत आश्वासन देने होंगे.
ट्रंप और MBS के बीच फोन कॉल की खबर ऐसे समय में सामने आई है जब दोनों नेता अगले हफ्ते व्हाइट हाउस में मिलने वाले हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि हालांकि अमेरिका-सऊदी सामान्यीकरण वार्ता जारी है, लेकिन यह साफ नहीं है कि MBS के अमेरिका दौरे से कोई बड़ी सफलता मिलेगी या नहीं.
सऊदी अधिकारी चाहते हैं कि बैठक का फोकस रक्षा सहयोग और निवेश पर रहे, लेकिन उन्हें आशंका है कि इजरायल के साथ सामान्यीकरण जैसा राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दा पूरे एजेंडे पर हावी हो सकता है.
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