पाकिस्तान-इजरायल के बाद अब कंबोडिया भी करेगा ट्रंप को नोबेल देने की वकालत! डिप्टी PM का ऐलान

नोबेल शांति पुरस्कार पाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इच्छा जगजाहिर है. इसे देखते हुए कई देश उन्हें पुरस्कार के लिए नॉमिनेट कर उनकी कृपा पाने की कोशिश कर रहे हैं. इजरायल और पाकिस्तान उन देशों में सबसे पहले थे और अब कंबोडिया ने भी ट्रंप को पुरस्कार के लिए नॉमिनेट करने का फैसला किया है.

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कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री सन चानथोल ने कहा है कि उनका देश ट्रंप को नोबेल के लिए नामित करेगा (File Photo: Reuters कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री सन चानथोल ने कहा है कि उनका देश ट्रंप को नोबेल के लिए नामित करेगा (File Photo: Reuters

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 5:51 PM IST

कंबोडिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने का फैसला लिया है. देश के उप प्रधानमंत्री ने कहा कि ट्रंप ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर हुए संघर्ष को खत्म करने और संघर्षविराम पर पहुंचने में मदद की है. उन्होंने कहा कि कंबोडिया ट्रंप के इसी योगदान के लिए उन्होंने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट करने की प्लानिंग कर रहा है.

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कंबोडिया के उप प्रधानंत्री सन चानथोल ने गुरुवार को एक इंटरव्यू में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के हस्तक्षेप के बिना, कंबोडिया और थाईलैंड के बीच लड़ाई को खत्म करने के लिए शायद कोई समझौता नहीं हो पाता. दोनों देशों की लड़ाई में दोनों तरफ से कम से कम 45 लोग मारे गए हैं.

ट्रंप ने पिछले वीकेंड दोनों देशों को चेताया था कि अगर वो युद्ध खत्म करने के लिए कोई समझौता नहीं करते तो वो उन पर भारी रेसिप्रोकल टैरिफ लगा देंगे. उन्होंने कहा कि अगर समझौता होता है तो वो दोनों देशों पर टैरिफ कम कर देंगे.

ट्रंप की टैरिफ धमकी और सीजफायर के लिए राजी हुए कंबोडिया-थाईलैंड

इसके बाद सोमवार को कंबोडिया और थाईलैंड के नेता मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में हुई एक बैठक के दौरान युद्धविराम पर सहमति जताई. कुछ छोटी-मोटी झड़पों की खबरों के बावजूद, दोनों देशों के बीच युद्धविराम लगभग कायम रहा है.

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सन चैंथोल ने कहा, 'उन्हें न केवल कंबोडिया में उनके काम के लिए, बल्कि और जगह भी अपने योगदान के लिए नोबेल मिलना चाहिए.' उन्होंने आगे कहा कि कंबोडियाई सरकार राष्ट्रपति का नाम पुरस्कार देने वाली नॉर्वे की नोबेल समिति के समक्ष रखने की प्लानिंग कर रही है.

गुरुवार देर रात, ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की थी कि थाईलैंड की तरह कंबोडिया पर भी अमेरिका से आयात पर 19% टैरिफ लगेगा, जो पहले के 36% की दर से काफी कम है. ट्रंप ने पहले ही कंबोडिया पर 49% टैरिफ की घोषणा की थी, जो दुनिया भर में सबसे ज्यादा टैरिफ है. लेकिन अब यह घटकर 19% हो गया है.

नोबेल के लिए नामित करना बना ट्रंप को लुभाने का तरीका

राष्ट्रपति ओबामा की तरह ट्रंप भी नोबेल शांति पुरस्कार पाने की इच्छा जता चुके हैं. और उनकी इस आकांक्षा का समर्थन करना दुनिया के देशों के लिए राष्ट्रपति का पक्ष लेने का एक तरीका बन गया है. हालांकि, ट्रंप अभी भी गाजा और यूक्रेन में चल रहे बड़े युद्ध को खत्म कराने में नाकाम रहे हैं.

कंबोडिया से पहले इजरायल और पाकिस्तान ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट कर चुके हैं. कई अफ्रीकी देशों ने भी ट्रंप के प्रति अपना समर्थन जताया है.

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कंबोडिया ने पहले ही हटा दिया है कई अमेरिकी सामानों पर टैरिफ

सन चैंथोल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनकी सरकार अभी भी अमेरिका के साथ एक पूर्ण व्यापार समझौते पर काम कर रही है और 19% टैरिफ स्थायी नहीं है बल्कि इस पर और अधिक काम किया जाना है. अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के लिए कंबोडिया पहले ही अमेरिका से आयात की गई सभी वस्तुओं, जिनमें कारें भी शामिल हैं, पर अपने सभी पिछले टैरिफ हटाने पर सहमत हो गया है, जिससे सरकार को लगभग 6 करोड़ डॉलर के राजस्व का नुकसान होगा.

सन चैनथोल ने कहा कि कंबोडिया अपने राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर कंबोडिया के लिए अमेरिका से 10 बोइंग 737 मैक्स 8 जेट भी खरीदेगा.

कंबोडिया को उम्मीद है कि उस पर वर्तमान में लगा 19% टैरिफ अभी और कम होगा क्योंकि व्यापार वार्ता जारी है. कंबोडिया अपने वस्र उद्योग को लेकर भी अमेरिका से बात कर रहा है ताकि इस पर टैरिफ कम करवाया जा सके. इस उद्योग में देश की बहुत सी महिलाएं काम कर रही हैं. 

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