अमेरिकी सरकार मंगलवार को शटडाउन होने की ओर बढ़ रही है. बताया जा रहा है कि आधी रात को सरकारी फंडिंग खत्म हो रही है और डेमोक्रेट्स व रिपब्लिकन्स अपनी-अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला.
बेनतीजा रही व्हाइट हाउस की बैठक
सोमवार को व्हाइट हाउस में आखिरी कोशिश के तौर पर हुई बैठक में कोई समाधान नहीं निकला. सीनेट के शीर्ष डेमोक्रेट चक शूमर ने कहा कि दोनों पक्षों में बड़े मतभेद बने हुए हैं. उनकी पार्टी जो कांग्रेस के दोनों सदनों में अल्पमत में है, सरकार पर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रही है. ये डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल के आठ महीने बाद हो रहा है जिसमें कई सरकारी एजेंसियों को खत्म किया जा चुका है.
सीनेट में 60 वोट की जरूरत
सीनेट के नियमों के मुताबिक, सरकारी फंडिंग बिल को पास करने के लिए 60 वोट चाहिए, जो रिपब्लिकन्स के पास (53 वोट) से सात ज्यादा हैं. अगर कांग्रेस आधी रात से पहले फंडिंग बिल पास नहीं करती तो सरकार का कुछ हिस्सा बंद हो जाएगा जिससे वाशिंगटन में नया राजनीतिक संकट पैदा होगा.
क्या होंगे शटडाउन के रिजल्ट
शटडाउन होने पर गैरजरूरी सरकारी कामकाज ठप हो जाएंगे, लाखों सरकारी कर्मचारियों को अस्थायी रूप से बिना वेतन के रहना पड़ेगा और कई सामाजिक कल्याण योजनाओं के भुगतान में रुकावट आएगी. व्हाइट हाउस ने पिछले हफ्ते सरकारी एजेंसियों को छंटनी की तैयारी करने का आदेश दिया जो सामान्य अस्थायी छुट्टियों से ज्यादा गंभीर है. ये कदम सरकारी कर्मचारियों के लिए और मुश्किल लाएगा, खासकर तब जब इस साल की शुरुआत में एलन मस्क के डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी ने बड़े पैमाने पर छंटनी की थी.
एक दूसरे पर दोष मढ़ रहीं दोनों पार्टियां
अमेरिका में सरकारी शटडाउन बहुत अलोकप्रिय है और डेमोक्रेट्स व रिपब्लिकन्स दोनों इसे टालने की कोशिश करते हैं लेकिन अगर ऐसा होता है तो एक-दूसरे पर दोष मढ़ते हैं. सीनेट के रिपब्लिकन नेता जॉन थून ने सोमवार को डेमोक्रेट्स की मांगों को 'बंधक बनाने' की कोशिश बताया.
क्या है रिपब्लिकन्स का प्रस्ताव और डेमोक्रेट्स की मांगें
रिपब्लिकन्स ने फंडिंग को नवंबर के अंत तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है ताकि लंबे समय के खर्चे पर बातचीत हो सके. दूसरी ओर, डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं खासकर ओबामाकेयर जैसे कम आय वाले परिवारों के लिए स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम के लिए सैकड़ों अरब डॉलर की फंडिंग बहाल की जाए जिसे ट्रंप प्रशासन अपनी 'बिग, ब्यूटीफुल' नीति के तहत खत्म करने की योजना बना रहा है. वे यह भी चाहते हैं कि ट्रंप और रिपब्लिकन्स पहले से मंजूर फंड को बाद में कटौती करने की प्रक्रिया (रेसिसन्स) से रोकें जैसा कि इसी गर्मी में हुआ था.
ट्रंप पर फैसले का दारोमदार
शूमर ने कहा कि ट्रंप अंतिम फैसला लेने वाले हैं. अगर वे डेमोक्रेट्स की कुछ मांगें जैसे स्वास्थ्य सेवा और फंड कटौती पर रोक को मान लें तो शटडाउन टाला जा सकता है. लेकिन उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने डेमोक्रेट्स पर 'अमेरिकी जनता को धमकाने' का आरोप लगाया और कहा कि डेमोक्रेट्स सही कदम नहीं उठा रहे जिससे शटडाउन की आशंका बढ़ रही है.
क्या है हाउस का रुख
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने पहले ही अल्पकालिक फंडिंग बढ़ाने का बिल पास कर दिया है. रिपब्लिकन हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने डेमोक्रेट्स पर दबाव बनाने के लिए इस हफ्ते अपने सदन को वाशिंगटन वापस नहीं बुलाया. जॉनसन ने डेमोक्रेट्स पर गैर-जरूरी मुद्दे उठाने का आरोप लगाया और कहा कि अगर डेमोक्रेट्स सरकार को बंद करने का फैसला लेते हैं, तो इसके परिणाम उनकी जिम्मेदारी होंगे.
पहले भी हुआ है संकट
कांग्रेस को अक्सर खर्चे के प्लान पर सहमति के लिए ऐसी समय सीमा का सामना करना पड़ता है. इस साल मार्च में भी शटडाउन का खतरा था, जब रिपब्लिकन्स ने बजट कटौती और कर्मचारियों की छंटनी पर डेमोक्रेट्स से बात करने से इनकार कर दिया था. उस समय शूमर सहित 10 डेमोक्रेट सीनेटरों ने शटडाउन टालने के लिए अनिच्छा से रिपब्लिकन के अस्थायी बिल के पक्ष में वोट दिया था. लेकिन उस फैसले से उनकी पार्टी का आधार नाराज हो गया जो अब डेमोक्रेटिक नेताओं से ट्रंप के खिलाफ मजबूती से खड़े होने की मांग कर रहा है.
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