'उमर अंसारी कुछ लोगों को खटकने लगा था, मऊ उपचुनाव का रोड़ा हटाना चाह रहे', भतीजे की गिरफ्तारी पर बोले गाजीपुर सांसद अफजाल

गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि ने कहा कि भतीजा उमर अंसारी कुछ लोगों की आंखों में खटकने लगा था. इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया, ताकि तो टूट जाए, कमजोर हो जाए, लेकिन हम लोग डरने वाले नहीं हैं. 

Advertisement
उमर अंसारी और अफजाल अंसारी (Photo- ITG) उमर अंसारी और अफजाल अंसारी (Photo- ITG)

aajtak.in

  • लखनऊ ,
  • 05 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:01 PM IST

मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को पुलिस ने कोर्ट में जाली दस्तावेज पेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. गाजीपुर पुलिस की इस कार्रवाई पर सांसद अफजाल अंसारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भतीजा उमर कुछ लोगों की आंखों में खटकने लगा था. इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया, ताकि तो टूट जाए, कमजोर हो जाए, लेकिन हम लोग डरने वाले नहीं हैं. 

Advertisement

आपको बता दें कि गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी मरहूम मुख्तार अंसारी के भाई और उमर के चाचा हैं. उमर के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई को लेकर उन्होंने यूपी सरकार और पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही उमर की गिरफ्तारी को मऊ उपचुनाव से जोड़ा है. उन्होंने कहा कि उमर से जनता प्यार करती है, न वो कोई नशा करता है, न किसी से कोई विवाद, केवल मूंछों पर ताव देता है, इसी से कुछ लोग चिढ़ जाते हैं.  

बकौल अफजाल- उमर अपने बड़े भाई अब्बास अंसारी के लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर था. पुलिस उसे वहां से उठा लाई. संसद का सत्र चल रहा है तो मैं दिल्ली पहुंचा हुआ था, वहीं पर मामले का पता चला. मुझे बताया गया कि एक मुकदमा उसी दिन शाम को लिखा गया और उसी मुकदमे के आधार पर उमर को गिरफ्तार कर लिया गया.  

Advertisement

सपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि इस केस में FIR भी दारोगा ने उमर के खिलाफ लिखाई, मामले की जांच भी उसी ने की और गिरफ्तार भी उसने किया. यह पूरी तरह मनमानी है. हम लोग नियम-कायदे से चलने वाले हैं. कोर्ट में चुनौती देंगे. कुछ लोगों को उमर खटक रहा था, इसलिए उसे जेल भेजकर अपने रास्ते का पत्थर हटाना चाह रहे हैं. कुल मिलाकर वे मऊ उपचुनाव से अपने रास्ते का रोड़ा हटाना चाह रहे हैं.  

अफजाल ने आगे कहा कि हेट स्पीच मामले में मऊ सीट पर अब्बास अंसारी (उमर का बड़ा भाई) की सदस्यता समाप्त हो गई है. इसलिए उस सीट पर उपचुनाव होगा. चुनाव हो तो ये कोई बात नहीं है लेकिन, चुनाव हो और वो लोग इसे जीत भी लें, उसके लिए रास्ते के पत्थर हटाए जा रहे हैं. उमर भी उन्हें एक पत्थर दिखाई दे रहा था. इसके लिए उसे जेल भिजवा दिया. लेकिन ये बात जान लीजिए इससे न उमर का हौसला टूटेगा और न परिजनों का, उल्टे इससे हमारे में और शक्ति आएगी. 

अफजाल के मुताबिक, चूंकि उमर अपने बड़े भाई अब्बास का हाथ-पैर था, उसके काम देखता था, कोर्ट-कचहरी से लेकर क्षेत्र का, इसलिए उमर पर कुछ लोगों की टेढ़ी नजर थी. अब उस मासूम को जेल में डाल दिया, पहली बार वो जेल गया है. लोगों को लगता होगा कि इससे उमर टूट जाएगा, छोटा बच्चा है मुरझा जाएगा, तो ऐसा नहीं होने वाला. आपके जुल्म की इंतेहा एक दिन थम जाएगी.  

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement