उत्तर प्रदेश में 2027 में विधानसभा चुनाव होने वाली हैं. उससे पहले प्रदेश में कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. बड़ी-बड़ी बैठकें की जा रही हैं. लखनऊ में सोमवार को राजनीतिक गलियारों में हलचल तब बढ़ गई जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर बीजेपी, सरकार और आरएसएस की संयुक्त बैठक हुई.
इस बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री - केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह मौजूद रहे.
सूत्र बताते हैं कि बैठक में सरकार और संगठन के काम की विस्तृत समीक्षा की गई और आरएसएस की ओर से मिले ताज़ा फीडबैक पर चर्चा हुई. इससे पहले दिन में बीएल संतोष की संघ पदाधिकारियों के साथ अलग बैठक भी हुई थी, जिसके बाद संयुक्त समीक्षा को लेकर अटकलें और बढ़ गईं.
हालांकि बीजेपी नेता इसे नियमित समन्वय बैठक बता रहे हैं, लेकिन हालिया घटनाक्रम संकेत देता है कि प्रदेश संगठन में बदलाव की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. दो दिन पहले पार्टी ने 14 नए जिला अध्यक्षों की सूची जारी की थी, जिससे अब 70 जिलों में संगठन का ढांचा पूरा हो गया है.
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अब उम्मीद जताई जा रही है कि प्रदेश स्तर पर भी बड़ा सांगठनिक पुनर्गठन हो सकता है और नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है.
बीएल संतोष की लखनऊ यात्रा, संघ की अलग बैठक और उसके तुरंत बाद सरकार और संगठन की संयुक्त समीक्षा की. ये तीनों घटनाएं मिलकर साफ संकेत दे रही हैं कि यूपी बीजेपी में आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
कुमार अभिषेक